बलरामपुर: जल संसाधन विभाग में 8 करोड़ 87 लाख 54 हजार 524 रुपये के गबन के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फरार आरोपी योगेश्वर स्वरुप भटनागर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी कई वर्षों से फरार था और पुलिस को चकमा दे रहा था, लेकिन रामानुजगंज पुलिस की सतर्कता से आखिरकार वह गिरफ्त में आ गया। 

फर्जी दस्तावेजों के जरिए करोड़ों का गबन

मुख्य आरोपी ।संजय कुमार ग्रायकर (तत्कालीन एसडीओ, जल संसाधन विभाग), वरिष्ठ लेखा लिपिक मिथिलेश कुमार पांडेय, डाटा एंट्री ऑपरेटर संजीव कुमार सिंह, और संभागीय अधिकारी नीरज अभिषेक एक्का ने  मार्च 2022 से मई 2022 के बीच सरकारी राशि को फर्जी दस्तावेजों के जरिए निजी खातों में ट्रांसफर कर दिया था। इस घोटाले में आरोपी योगेश्वर स्वरुप भटनागर ने भी अपने खाते में 1.56 करोड़ रुपये प्राप्त किए थे। 

पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विश्वदीपक त्रिपाठी, और अनुविभागीय अधिकारी याकूब मेमन के नेतृत्व में इस गबन की गहराई से जांच की गई। विभिन्न दस्तावेजों और फर्मों की पड़ताल के बाद पुलिस ने आरोपी योगेश्वर स्वरुप भटनागर की लोकेशन ट्रैक की। अंबिकापुर में छिपे आरोपी की सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे धर दबोचा।  गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की गई, जिसमें उसने गबन में शामिल होने की बात स्वीकार कर ली। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर योगेश्वर स्वरुप भटनागर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। 

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!