बलरामपुर: संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने सभी विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिला अधिकारियों से अपनी विभाग अंतर्गत संचालित योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हेतु अपने कर्तव्यों का गंभीरता से निर्वहन करने एवं चल रहे निर्माण कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर कुन्दन कुमार विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की तथा उन्हें समयावधि में निराकरण करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों से नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, ऋण पुस्तिका वितरण, आरबीसी 6-4 के आवेदन, बंदोबस्त त्रुटि सुधार, निवास, आय और जाति सहित अन्य राजस्व प्रकरणों को समय-सीमा पर निराकरण करने के निर्देश दिये। गर्मी के मौसम को देखते हुए पेयजल की समस्या का निराकरण हेतु कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देश दिये। विकासखण्ड मुख्यालय कुसमी एवं शंकरगढ़ में निर्माणाधीन शासकीय आवास को 15 दिवस के भीतर पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। जल संसाधन विभाग अंतर्गत बांध डूब क्षेत्र प्रभावितों को मुआवजा राशि भुगतान संबंधी आवेदनों पर कार्यवाही करते हुए निराकृत करने को कहा।
उन्होंने विकासखण्ड शंकरगढ़ एवं कुसमी के ड्राई हैण्डपम्पों की जानकारी लेते हुए क्षेत्र में ग्रावेल पाईप वाले 91 हैण्डपम्पों की खनन करने एवं क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को दिये। जिले के स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता, साफ-सफाई, बैठक व्यवस्था में बेहतर कार्य होने पर कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी एवं उनकी टीम की सराहना की तथा इसी तरह आगे भी निरंतर व्यवस्थाएं एवं गुणवत्ता बनाये रखने को कहा।
उन्होंने मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को लेकर गौठानों, आश्रम-छात्रावास, अस्पताल एवं कार्यालयों की साफ-सफाई, पुताई करने तथा कार्यालयीन रिकार्ड का व्यवस्थित रूप से संधारण करने को कहा। उन्होने गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट, वर्मी टांका, गौठान का पुताई, सौंदर्यीकरण आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा जिले के समस्त गौठानों में हो रही गोबर खरीदी की स्थिति के संबंध में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से जानकारी ली। गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, उप संचालक कृषि, सहायक संचालक उद्यान, उप संचालक पशुपालन तथा गोधन न्याय से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को सक्रिय रहने एवं प्रतिदिन एक-एक गौठानों का निरीक्षण कर गोबर खरीदी का मॉनिटरिंग एवं आवश्यक व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने के निर्देश दिए साथ ही प्रतिदिन के गोबर खरीदी, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण आदि की जानकारी से अवगत कराना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने गोबर खरीदी की प्रत्येक 15 दिन की रिपोर्ट तैयार करने एवं जिन गौठानों में खरीदी शून्य है उसका मॉनिटरिंग कर खरीदी कार्य प्रारंभ करने को कहा। कलेक्टर ने उप संचालक कृषि को गोधन न्याय योजना के जानकारी संकलन हेतु कर्मचारी नियुक्त करने और खरीदी कार्य का प्रतिदिन रिव्यू करने के निर्देश दिये। उन्होंने गोबर खरीदी नहीं होने के कारणों की जांच करने एवं कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही करने को कहा।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीता यादव, अपर कलेक्टर एस.एस. पैकरा, संयुक्त कलेक्टर आर.एन.पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर दीपक निकुंज, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित सभी विभाग प्रमुख उपस्थित थे।