नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। फिलहाल तक राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस सांसद शशि थरूर कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल माने जा रहे हैं। वहीं राहुल गांधी के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सोमवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बारे में उन्होंने तो कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों का कहना है कि उन्हें सोनिया से पार्टी अध्यक्ष पद के आगामी चुनाव में उतरने की मंजूरी मिल गई है। अगले कुछ दिनों में वह अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर सकते हैं।

इसके साथ-साथ सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की जगह इस बात पर जोर दे रहे हैं कि राहुल ही यह पद संभाल लें। वह इसके लिए राहुल को मनाने की कोशिश भी कर रहे हैं।

अब राहुल गांधी को लेकर आपके मन में सवाल होगा। इसका जवाब भी आप खुद राहुल गांधी के फेसबुक पोस्ट से आप अनुमान लगा सकते हैं। फेसबुक पर राहुल गांधी ने लिखा है कि जब नाव बीच मंझधार में फंस जाए, तब पतवार अपने हाथ में लेनी ही पड़ती है। ना रुकेंगे, ना झुकेंगे, भारत जोड़ेंगे’। तो क्या इसका ये अर्थ निकाला जाए कि राहुल गांधी फिर से कांग्रेस अध्यक्ष के लिए अपनी दावेदारी ठोकेंगे यानी पार्टी की पतवार अपने हाथ में लेंगे?

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे या नहीं इस पर अभी साफ तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन उनकी दावेदारी मजबूत है इसमें कोई शक नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पहले 7 राज्यों की कांग्रेस कमेटियों ने राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने का प्रस्ताव पास किया है। हाल ही में महाराष्ट्र, बिहार,जम्मू-कश्मीर और तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने इसका प्रस्ताव पास किया, जबकि राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ पहले ही इसे मंजूरी दे चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए 23 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी, जबकि 17 अक्टूबर को चुनाव प्रस्तावित है।

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