कुसमी/कुंदन गुप्ता: ब्लांक के ग्राम जमीरापाठ मे स्थापित होने वाली सीएमडीसी बाक्साइड़ खदान के खिलाफ विरोध के स्वर थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रभावित गांव के ग्रामीण गुरुवार को भारी संख्या में एसडीएम कार्यालय पहुँचकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है की प्रशासन खदान खुलवाने के पक्ष मे दबाव बना रहा है और उन्होंने मांग पर प्रशासन कोई विचार नहीं कर रहा है। जबकि ग्रामीण शुरू से ही खदान खुलने का विरोध कर रहे है।
ग्रामीणों ने कहा की यदि खदान खुल जाएगी तो जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्ना होगी। हमारे पूर्वजों के जमाने से हम इस पहाड़ी जंगल से तेन्दूपत्ता, महुआ सहित वन औषधि इत्यादि संग्रहित कर अपनीजीविका चलाते आ रहे है, जो खदान खुल जाने से पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। जीविकोपार्जन के साथ ही पर्यावरण को भी काफी नुकसान होगा। क्योंकि पास ही सामरीपाठ इलाके में पहले ही हिण्डाल्को कंपनी की कई खदानें संचालित हो रही है, जिसका दंश हम सभी प्रभावित ग्रामवासी झेल रहे हैं। छत्तीसगढ़ मिनिरल डेवलपमेंट कार्पोरेशन की ओर से ग्राम जमीरापाठ में बाक्साइड खदान के लिए जनसुनवाई 22 दिसंबर को ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया गया था। परंतु कोई कुछ सुनने को तैयार नही है। ऐसे में प्रशासन की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।