बलरामपुर: अतिरिक्त महानिदेशक, विदेश व्यापार और विकास आयुक्त, मिहान सेज, डीजीएफटी क्षेत्रीय प्राधिकरण, नागपुर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्यात बंधु स्कीम अंतर्गत निर्यात आउटरीच कार्यक्रम संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष, बलरामपुर में संपन्न हुआ, जिसमें डीजीएफटी, नागपुर के विशेषज्ञों की एक टीम आईईसी प्राप्त करने के तरीके पर तथा निर्यात वित्त विकल्पों पर एमएसएमई विभाग, बैंक ऑफ महाराष्ट्र/एसबीआई द्वारा डीजीएफटी योजनाओं, कस्टम प्रक्रिया और निर्यात आउटरीच कार्यक्रम का फोकस ई-कामर्स और डिजिटल मार्केटिंग सहित विभिन्न तरीकों से जिले के उत्पादों और सेवाओं की व्यापक और वैश्विक पहुंच के लिए डाक निर्यात केन्द्र खोलने की जानकारी दिया गया।
इस कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर रिमिजियुस एक्का एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रेना जमील द्वारा जानकारी दिया गया कि उत्पाद को कैसे निर्यात करें, कैसे प्रोत्साहित करें। भारत सरकार के डीजीएफटी द्वारा सहयोग दिया जाता है। हमारे राज्य में भी अधोसंरचना रोड, वेयर हाउसिंग, कोल्ड स्टोरेज आदि बड़े तेजी से विकसित हो रहे है। बलरामपुर जिले के कृषि उत्पादों जैसे धान, सरसों, मक्का, मिर्च, लीची आदि का उत्पादन पर्याप्त मात्रा में होता है। हम भी अन्य निर्यातक राज्यों की तरह अपने जिले से उत्पाद को निर्यात कर सकते है। इज ऑफ डू इन बिजनेस के तहत् प्रशासन हमेशा निर्यातकों के साथ खड़ा है। हम सक्षम उद्यमी बने और जिले के उद्यमी भी निर्यात में अपना योगदान दें।
इस कार्याशाला में उद्योग विभाग के महाप्रबंधक एल.पी. गुप्ता डीजीएफटी के प्रतीक गजभिए, गौरव सहारे, प्रणय चाहांदे उन्नत कृषि विशेषज्ञ एस.एन. तिवारी, डीपीएम गया प्रसाद चौरसिया, उद्यानिकी कॉलेज के सहा० प्राध्यापक अल्का सिंह, कृषि विज्ञान केन्द्र से वरिष्ठ वैज्ञानिक गौरव निगम, राइस मिल एसोसिएशन से श्री अनमोल गर्ग, सत्यम गुप्ता, ऋषि गुप्ता आदि, उद्यानिकी विभाग से जांगडे एवं कृषि विभाग से अधिकारी/कर्मचारी एवं उन्नत कृषक, महिला बाल विकास से स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सहित लगभग 150 व्यक्ति उपस्थित रहें।