पार्षदों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप जांच की मांग की
सप्ताह भर के भीतर नही हुई कार्यवाही तो कार्यालय में ताला जड़ेंगे पार्षद
बलरामपुर: ।बलरामपुर जिले के राजपुर नगर पंचायत में निकाय कर्मचारियों और अधिकारियो ने मिली भगत करते हुए अध्यक्ष व पार्षद निधि के नाम पर अपने चहेते फर्म को लाभ दिलाने के नाम पर अध्यक्ष एवं कुछ चहेते पार्षदों का एडवाश निधि के नाम पर करीब 25 लाख रुपए का फर्जी भुगतान एडवांश के रूप में कर दिया वही शेष पार्षदों के अनुशंसा के पर शासन से निधि प्राप्त नही हुई हैं कहकर सौतेला व्यवहार किया जा रहा है और वार्ड विकास कार्य को रोकने की लगातार कोशिश की जा रही हैं जिससे पार्षदों को जन भावना के अनुरूप कार्य करने में परेशानी के साथ ही आम नागरिकों के समक्ष लज्जित होना पड़ रहा है।
ज्ञात हो नगर पंचायत के निर्वाचित पार्षदों को अब तक 10 लाख रुपए प्रति वार्ड विकास खर्च करने एवं अध्यक्ष निधि मे 50 लाख रुपए खर्च करने के लिए शासन से प्राप्त हुआ हैं लेकिन निकाय कर्मचारियों को द्वारा अध्य्क्ष निधि में अब तक करीब 65 लाख रुपए व पार्षद निधि में कुछ चुनींदा पार्षदों के लगभग 15-15 लाख रुपए तक भुगतान किया जा चुका हैं नगर पंचायत के इस दोहरे चरित्र से पार्षदों एवं आम नागरीको में रोष का वातावरण निर्मित हो रहा हैं। इसको लेकर एसडीएम के समक्ष पार्षद पूरनचंद जायसवाल, अनीता कश्यप, राहुल भारती, विश्वास गुप्ता व नगर के प्रतिष्ठित नागरिकों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की हैं साथ ही ज्ञापन की प्रतिलिपि बलरामपुर कलेक्टर, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन अम्बिकापुर, संचालक संचालन्य नगरीय प्रशासन एवं विकास अटल नगर नवा रायपुर को प्रेषित किया हैं।
ठेकेदार काम करने के बाद भुगतान के लिए लगा रहे हैं निकाय का चक्कर
ठेकेदार काम करने के बाद भुगतान के लिए लगा रहे हैं निकाय का चक्कर और निकाय कर्मियों के द्वारा शासन से आबंटन नही होने का बहाना बनाकर फाइलों को रोककर रखे हुए हैं जिसके चलते वार्ड के कई विकास कार्यों की गति धीमी चल रही हैं।