सूरजपुर: जिले में बारिश नहीं आने से लोगों के सिर पर चिंता की लकीरें बढ़ रही है। बारिश नहीं आने से बोई फसल के पौधों को जीवित रख पाना भी मुश्किल हो रहा है। सभी की जुबान पर एक ही प्रश्न है कि बारिश कब आएगी? बारिश को बुलाने व बारिश के देव भगवान इन्द्रदेव को प्रसन्न करने के लिए गांव में लोग अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। लोगों को कहना है कि बारिश होगी तभी खेतों में अन्न व पीने के लिए पानी होगा। बारिश बुलाने के लिए मां सती मानस मंडली के द्वारा रामनगर में लोग अखंड रामायण कर रहे हैं।
सूखे से जूझ रहे किसान अब रूठे इंद्रदेव को मनाने अखंड रामायण कर रहे हैं। ग्रामीण अपने ईष्ट देव की पूजा-अर्चना कर पुरानी परंपरा के अनुसार कई रस्में निभा रहे हैं, ताकि बारिश हो। अकाल की काली छाया की आशंका से भयभीत ग्रामीणों अब ईश्वर को भक्तिभाव से प्रसन्न करने की लग गए हैं।
सावन माह में उम्मीद के अनुसार बारिश नहीं हो रही है। कभी-कभार बादल छाने के साथ हल्की बारिश हो रही है, जो खेती-किसानी कार्य के लिए पर्याप्त नहीं है। अधिकांश दिन मार्च-अप्रैल माह की तरह आसमान में तेज धूप खिल रही है। सावन के मौसम में जेठ माह जैसी भारी उमस पड़ रही है।इस वर्ष क्षेत्र में वर्षा न होने के कारण ग्रामीण तरह तरह के उपाय अपना रहे हैं जिससे भगवान प्रसन्न हों और क्षेत्र में बारिश की कमी न हो। इसलिए रामायण पाठ कर उपर वाले को प्रसन्न करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि क्षेत्र में पर्याप्त बारिश हो सके।