रायपुर: कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू में आयोजित नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर में छत्तीसगढ़ के किसानों ने हॉर्टिकल्चर के उन्नत तकनीक के गुर सीखे। विगत फरवरी माह में हुए इस आयोजन में बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव, कोरबा, मुंगेली, खैरागढ़, सरगुजा, बालोद और दुर्ग जिले के 98 किसानों और तकनीकी सहायकों ने हिस्सा लिया।
बैंगलुरू में आयोजित नेशनल हॉर्टिकल्चर फेयर में देश के विभिन्न राज्यों के शासकीय उद्यानिकी विभागों के साथ-साथ उद्यानिकी से जुडे स्टेक होल्डर्स, उद्योग, अनुसंधान आदि द्वारा स्टॉल लगाकर उद्यानिकी के उन्नत एवं नवीन तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। इस मेले में बागवानी से जुड़े कई विषयों पर कार्यशाला आयोजित की गई जैसे संरक्षित खेती, मृदारहित खेती-कोकोफोनिक्स और हाइड्रोफोनिक्स, मूल्य संवर्धन एवं अपशिष्ट उपयोग आदि। साथ ही बागवानी की पुष्प एवं फल प्रदर्शनी भी लगाई गई। यह मेला कृषि प्रौद्योगिकी सूचना केन्द्र (आई.सी.ए.आर.)-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आई.आई.एच.आर.), बैंगलुरू के द्वारा आयोजित किया गया था।
गौरतलब है कि आई.सी.ए.आर.के तहत आई.आई.एच.आर. बेंगलुरु एक शीर्ष संस्थान है जो सफल बागवानी हेतु नित नए तकनीक विकसित करता है। इन्ही अत्याधुनिक तकनीकों से उद्यानिकी किसानों को अवगत कराने हेतु संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मेला आयोजित किया जाता है जिसमे कार्यशाला के माध्यम से कृषकों को प्रशिक्षित किया जाता है। साथ ही बागवानी की जीवंत प्रदर्शनी लगाकर सफल बागवानी के गुर सिखाए जाते है।