सूरजपुर: जिले के कई किसान जो अभी तक धान की फसल ले रहे हैं। वे अब राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना से प्रेरित होकर अन्य फसलों की खेती की ओर रूझान दिखा रहे है। सरगुजा कमिश्नर जी.आर चुरेंद्र एवं कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने धान के बदले अन्य फसल ले रहे कृषकों को कलेक्ट्रेट स्थित जनदर्शन सह जनसंवाद कक्ष में फूल माला पहनाकर किया सम्मानित। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री राहुल देव, उप संचालक कृषि डी सी कोसले , तहसीलदार रिचा सिंह, शैलेंद्र जयसवाल एवं अन्य उपस्थित थे।
ग्राम पवनपुर के कृषक देवी दयाल पिता रामप्यारी, राम लखन सिंह पिता श्री घूरन सिंह एवं ग्राम नरेशपुर के कृषक लोल प्रसाद सिंह पिता शीतल राम जो कि अपने खेतों में कई वर्षाे से धान की खेती करते आ रहे थे। लेकिन इस बार उन्होंने दो एकड़ में सुगंधित धान लगाकर शासन की योजनाओं का लाभ लेने इच्छुक है। इसी तरह लाल प्रसाद सिंह भी 1 एकड़ में सुगंधित धान लगाकर शासन की योजनाओं का लाभ लेने इच्छुक है।
इस दौरान कमिश्नर ने कृषकों से चर्चा कर धान अन्य फसलों को लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है जिससे निरंतर आमदनी प्राप्त होता रहे। कलेक्टर ने धान के बदले अन्य फसलों के लगाने से लाभ के संबंध में जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया था, यदि वह धान के बदले कोदो-कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता लगाता है अथवा वृक्षारोपण करता है, तो उसे प्रति एकड़ रुपये 10 हजार आदान सहायता राशि दी जाएगी। जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2020 में धान की फसल ली है, अगर वो धान की फसल के बदले अपने खेतों में वृक्षारोपण करते हैं, तो उन्हें आगामी 3 साल तक प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।