बलरामपुर: राज्य शासन द्वारा पारदर्शिता के साथ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जा रही है। खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के अंतर्गत किसानों की सुविधाओं को देखते हुए धान खरीदी केन्द्रों में बारदाना, छाया, पेयजल जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं भी सुनिश्चित की गई है।
धान खरीदी केन्द्र डौरा-कोचली में धान बेचने आए किसान कैलाश मुंशीधर एवं शिवलखन यादव ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इस बार समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया बहुत ही सरल है। धान खरीदी प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने के लिए ऑनलाइन माध्यम से टोकन जारी किये जा रहे हैं। इससे किसानों को अपनी सुविधा के अनुसार टोकन प्राप्त करने में आसानी हो रही है और वे धान बेचने के लिए खरीदी केन्द्र पर निर्धारित समय तक पहुंच सकते हैं, तथा बिना किसी असुविधा के सीधे उपार्जन केन्द्र मेें जाकर धान बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि 3100 रुपये प्रति क्विंटल के मान से धान की खरीदी हो रही है किसानों को उनकी मेहनत का उचित दाम मिल रहा है। वेे बताते हैं कि धान की फसल के बाद अब वे गेंहू और सरसों की फसल लगाएंगें और धान खरीदी से प्राप्त राशि को आवश्यकतानुसार अपनी खेती-बाडी में उपयोग में लाएंगे। इसके साथ ही इस वर्ष किसानों को माइक्रो एटीएम के माध्यम से पैसे निकालने की सुविधा मिल रही है। माइक्रो एटीएम के जरिए वे बिना किसी परेशानी के अपनी जरूरत के मुताबिक नकद राशि प्राप्त कर सकते हैं। इससे दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को आसानी हो रही है, इससे किसानों को काफी राहत मिली है। वे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने कृषि उत्पादन तथा कृषकों की आय में वृद्धि हेतु कई योजनाएं शुरू की है। मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने किसानों को धान का दो साल का बकाया राशि जारी की। साथ ही कृषक उन्नति योजना अंतर्गत आदान सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित की तथा 3100 रूपये प्रति क्विंटल पर धान खरीदी जारी है। वे कहते हैं कि छत्तीसगढ़ में साय सरकार के गठन को एक साल होने जा रहा है और इन बारह महीनों में विकास कार्य जमीनी स्तर पर दिखाई दे रहा है साथ ही हम किसानों के लिए खेती के क्षेत्र में आय के अवसरों को बढ़ाने का प्रयास जारी है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।