अम्बिकापुर: खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने जिला प्रवास के दौरान रविवार को सीतापुर में तथा सोमवार को मैनपाट के नर्मदापुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास मितानीन भवन का भूमिपूजन किया। इस सौगात के बाद मितानिनों द्वारा विधायक श्री भगत को रक्षासूत्र बांधकर धन्यवाद दिया गया।
मंत्री श्री भगत ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने में मितानिन अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही मितानिनों के बदौलत ही स्वास्थ्य सुविधाओं के राष्ट्रीय कार्यक्रमों में तेजी आई हैं। मितानिनों के कारण ही आज स्वास्थ्य विभाग की पहुँच गांव के घर-घर तक हो गई हैं। उन्होंने मितानिन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि, मितानिन ग्रामीण भारत की स्वास्थ्य जीवन की रेखा हैं। विषम परिस्थितियों में भी इनकी निस्वार्थ सेवा लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं। यही कारण हैं कि, ये गांव की प्रथम चिकित्सक के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने का काम किया हैं। कोरोना काल मे अपना जीवन दांव पर लगाकर लोगों को स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए टीकाकरण के प्रति जागरूक किया है। कोरोना महामारी के दौरान गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा बता दिया कि वे एक योद्धा हैं। मितानिन भवन के भूमिपूजन के साथ ही श्री भगत ने ग्राम नवानगर में सोमवार को प्राथमिक शाला महादेवटिकरा के पास सामुदायिक भवन का उद्घाटन भी क़िया। इसके साथ ही वे नर्मदापुर के स्टेडियम ग्राउंड तथा ग्राम नवानगर में आयोजित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मितानीन और राजीव युवा मितान क्लब के सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और उपस्थित सभी से संवाद किया।