नई दिल्ली: पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के विभागों के कर्मचारी 10 अगस्त को यहां रामलीला मैदान में इकट्ठा होंगे। इसकी जानकारी रेलवे यूनियन नेताओं के एक समूह ने दी है।
यूनियन नेताओं ने मंगलवार को कहा कि ‘पेंशन अधिकार महारैली’ का आयोजन ज्वाइंट फोरम फॉर रिस्टोरेशन ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम (जेएफआरओपीएस)/नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (NJCA) के बैनर तले किया जाएगा।पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर दिल्ली में रैली
पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारी 10 अगस्त को रामलीला मैदान में रैली करेंगे। आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न कर्मचारी यूनियनों ने मिलकर राष्ट्रीय संयुक्त परिषद (NJCA) का गठन किया है।इसके संयोजक और ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) के महामंत्री ने कहा कि एक जनवरी, 2004 के बाद सरकारी सेवा मे आने वाले कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से वंचित कर दिया गया है। जिसके कारण कर्मचारियों में गुस्सा है।
प्रेस कांन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने जिला मुख्यालयों से लेकर जंतर मंतर तक प्रदर्शन किया है। अब रामलीला मैदान में रैली कर अपना अधिकार मांगेंगे। इसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के कर्मचारी शामिल होंगे। यदि सरकार ने मांग नहीं मानी तो पूरे देश में हड़ताल होगी। ट्रेनों का परिचालन भी बंद किया जाएगा।पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकारी- संयोजकएनजेसीए के सहसंयोजक एवं नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवेमैन (एनएफआइआर) के महामंत्री डा. एम रघुवैया ने पुरानी पेंशन कर्मचारियों का अधिकार है। इससे सरकार उन्हें वंचित नहीं कर सकती है।
एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, NJCA के राष्ट्रीय संयोजक और ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (AIRF) के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि 1 जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में शामिल हुए कर्मचारी नई पेंशन योजना (एनपीएस) का पुरजोर विरोध कर रहे हैं।उन्होंने कहा कि वे सेवानिवृत्ति के बाद अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं क्योंकि उन्हें पुरानी पेंशन योजना से वंचित कर दिया गया है और नई पेंशन योजना में मजबूर किया गया है।उन्होंने कहा कि इसके कारण लाखों कर्मचारियों का भविष्य और बुढ़ापे का सहारा खतरे में है और यही कारण है कि हमने पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए संयुक्त मंच (जेएफआरओपीएस)/एनजेसीए का गठन किया है।