बलरामपुर: वनमंण्डलाधिकारी ने जानकारी दी है कि विगत दिवस वन परिक्षेत्र वाड्रफनगर के बीट मेंढ़ारी अंतर्गत राजस्व ग्राम मेंढ़ारी में वनक्षेत्र के पास रात्रि भोर में एक वन्य प्राणी हाथी की मृत्यु हो गई है। सूचना मिलने पर तत्काल वन अमला मौके पर पहुंचा तो पाया कि हाथी मृत अवस्था में पड़ा है। परीक्षण में पाया गया कि उक्त हाथी मादा है, जिसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। वन संरक्षक (वन्यप्राणी) सरगुजा वन वृत्त अम्बिकापुर एवं वनमण्डलाधिकारी बलरामपुर, एवं वन अमला की उपस्थिति में पशु चिकित्सा अधिकारियों की टीम द्वारा हाथी का शव परीक्षण किया गया। शव परीक्षण उपरांत समस्त अंगों सहित मौके पर दफनाया गया। हाथी की मृत होने का कारण प्रथम दृष्टया विद्युत करंट से होना प्रतीत होता है। अज्ञात प्रकरण दर्ज कर जांच किया जा रहा है। हाथी के विसरा जांच एवं शव परीक्षण प्रतिवेदन प्राप्त होने पर ही हाथी के मृत होने का स्पष्ट कारण ज्ञात हो सकेगा। उन्होंने बताया कि 2 मार्च से 35 हाथियों का दल वन परिक्षेत्र वाड्रफनगर अंतर्गत विभिन्न ग्रामों में जैसे- पेण्डारी, कोटराही, भगवानपुर, रजखेता, पनसरा, कैलाशपुर, मेंढ़ारी (फोकली महुआ) से लगे वनक्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं, जिसकी निगरानी एवं सुरक्षा हेतु परिक्षेत्र वाड्रफनगर के वन कर्मचारी एवं हाथी मित्र दल द्वारा लगातार नियमित गश्ती किया जा रहा है ग्रामीणों को हाथी से दूरी बनाये रखने हेतु समझाईश दिया जाता रहा है। हाथियों द्वारा नुकसान किये गये फसल, मकान क्षति का आंकलन कर क्षतिपूर्ति प्रकरण नियमित रूप से तैयार कर भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से हाथी प्रभावित क्षेत्रों में सिंचाई एवं अन्य कार्य हेतु विद्युत लाईन से हुकिंग नहीं करने हेतु अपील की गई है।