बलरामपुर।छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहुंच रहे है राजपुर हाई स्कूल प्रांगण में भाजपा प्रत्याशी उदेश्वरी पैकरा के पक्ष में आमसभा को संबोधित करने मगर मतदाताओं में कोई उत्साह है। इसके लिये भाजपाई जोर शोर से लगें हुये है।

विधानसभा सामरी से कांग्रेस प्रत्याशी विजय पैकरा, भाजपा प्रत्याशी उदेश्वरी पैकरा व बहुजन समाज वादी पार्टी प्रत्याशी आंनद तिग्गा तीनों में कांटे की टक्कर है।छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरण में मतदान होना है पहले चरण में 7 नवंबर को 20 सींटे की चुनाव संपन्न हो चुकी वही दूसरे चरण में मतदान 17 नवंबर को 80 सींटे पर मतदान होना है आज शाम 5 बजे चुनाव थम जायेगी। 2018 में राज्य में कुल 74.17 प्रतित मतदान हुआ था। मतगणना में राज्य में कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में लौटी थी। विधानसभा सामरी क्षेत्र से कांग्रेस के चिंतामणि महाराज ने बीजेपी के सिद्धनाथ पैकरा और बसपा से मिताकू खाखा को आसान मुकाबले में हरा दिया था। कांग्रेस 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के इस गढ़ में सेंधमारी करने में कामयाब रही थी। भाजपा से सिद्धनाथ पैकरा 2003 में विधायक व 2008 में विधायक व संसदीय सचिव के पद पर थे अपने कार्यकाल में अपने साथ कुछ ही चहेते कार्यकर्ताओं को लेकर चले इससे मतदाता, जनता काफी नाराज़ चल रहे थे। 2013 व 2018 चुनाव में मतदाता हरा दिए थे। आज उन्ही की पत्नी उदेश्वरी पैकरा भाजपा से प्रत्याशी हैं। भाजपा प्रत्याशी उदेश्वरी पैकरा के पक्ष में चुनावी आमसभा को संबोधित करने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पहुंच रहे हैं मगर मतदाताओं में कोई उत्साह नहीं है।

सामरी विधानसभा में अब तक 13 चुनाव हुए, 6 बार बीजेपी और कांग्रेस को 3 बार जीत मिली

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले की विधानसभा सामरी सीट फिलहाल कांग्रेस के कब्जे में था। विधानसभा सामरी सीट की बात करें तो यहां के पहले विधायक जय राम बने थे। साल 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हुए जय राम ने कांग्रेस प्रत्याशी घासी को मात देकर जीत दर्ज की थी। जय राम ने तब 1758 वोट के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था। इसके बाद हुए चुनाव में भी कांग्रेस की स्थिति कुछ खास नहीं रही और 1967 से लेकर 1980 तक के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।

चिंतामणि महाराज ने सिद्धनाथ पैंकरा को 21923 वोट से मात दी थी, आज उनकी पत्नी उदेश्वरी पैकरा प्रत्याशी हैं

वर्तमान में यहां के विधायक चिंतामणी महराज थे जिन्होंने साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सिद्धनाथ पैकरा को 21923 वोट से हराकर शानदार जीत दर्ज की थी। साल 2013 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ प्रीतम राम ने बीजेपी के सिद्धनाथ पैकरा को 31823 वोट से हराकर चुनाव जीता था। इसके पहले साल 1985 में हुए चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी महेश्वर राम ने कांग्रेस को पहली बार सामरी विधानसभा में जीत दिलाई। उन्होंने भाजपा के लारंग साय को 8283 वोट के अंतर से हराया था। लगातार दो चुनाव जीतने वाली कांग्रेस पार्टी के यहां हौसले बुलंद हैं। लेकिन आंकड़ों पर जाएं तो यहां हमेशा से ही बीजेपी का पड़ला भारी रहा है।आज उनकी पत्नी उदेश्वरी पैकरा प्रत्याशी हैं।

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