
बलरामपुर। बलरामपुर जिले के धमनी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत एक नीलगाय का अवैध शिकार करने वाले चार आरोपियों को वन विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 20 किलोग्राम नीलगाय का मांस और शिकार में प्रयुक्त हथियार बरामद किए गए हैं। वन विभाग ने आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय से जेल भेजा।
वनमंडलाधिकारी अशोक कुमार तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 अप्रैल की दोपहर लगभग 12 बजे कक्ष क्रमांक पी 865 बीट – कुर्लीडीह पवारी खोचा नामक स्थान में ग्रामीणों द्वारा वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 अंतर्गत (अनुसूची) (3) में विनिर्दिष्ट नीलगाय का शिकार कर उसका मांस बिक्री के उद्देश्य से रखा गया था। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनास्थल पर छापा मारा। वन विभाग ने आरोपि रामलखन पिता जयनाथ गोड़ (45) निवासी टाटीआथर, बंधन पिता दल्लू पण्डो (45) निवासी टाटीआथर, मोतीलाल पिता रामपति रवि (41) निवासी सलवाही और सुरेश पिता रामकुमार रवि (36) निवासी सलवाही को गिरफ्तार कर वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 50, 51, 52, 39 के तहत न्यायालय में पेश किया , जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया । प्रकरण में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपियों ने नीलगाय को घेर कर लाठी, डंडे और टंगिया से मार डाला था, जिसके बाद उसका मांस काटकर ग्रामीणों को बेचने का प्रयास किया गया।जब्त मांस को पशु चिकित्सक की उपस्थिति में जांच के लिए बिसरा सुरक्षित कर भेजा गया है। वहीं, अन्य फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए अभियान जारी है। नीलगाय के मांस के शेष अवशेष भी ग्रामीणों की निशानदेही पर बरामद किए जा रहे हैं।
वनमंडलाधिकारी अशोक कुमार तिवारी के निर्देशन, उप वनमंडलाधिकारी अनिल सिंह पैकरा के मार्गदर्शन तथा वन परिक्षेत्राधिकारी धमनी अजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में वन विभाग की संयुक्त टीम में परिसर रक्षक झारा रामकुमार यादव, परिसर रक्षक डिण्डो पवन प्रताप सिंह, परिसर रक्षक टाटीआथर स्कन्द पैकरा, परिसर रक्षक कुर्लडीह शीला यादव, परिक्षेत्र सहायक सुंदरपुर हरिशचंद यादव तथा परिक्षेत्र सहायक डिंडों सिरनी समोन बखला शामिल थे। परिसर रक्षक झारा रामकुमार यादव के द्वारा नीलगाय के शव के अवशेष एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में उत्कृष्ठ सहयोग रहा।