आशीष कुमार गुप्ता
अंबिकापुर/सेदम: सरगुजा के शासकीय महाविद्यालय बतौली में आयोजित कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ अंजना सिंह प्राचार्य डीएवी स्कूल अंबिकापुर एवं विशिष्ट वक्ता पीयूष कुमार पांडे के अतिथि में कार्यशाला का शुभारंभ किया गया सर्वप्रथम मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर छत्तीसगढ़ राज्य के गीत अरपा पैरी के धार की प्रस्तुति बी ए द्वितीय वर्ष की छात्रा संध्या और सावित्री के द्वारा गाया गया!
तत्पश्चात कार्यशाला कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ अंजना सिंह ने कहा कि व्यक्तित्व विकास में स्वयं माता-पिता व परिवेश के साथ शिक्षक का भी महत्वपूर्ण योगदान होता है व्यक्तित्व विकास के लिए अपनी योग्यता को परखते हुए उम्र में बढ़ोतरी एवं सदुपयोग करने का गुण विकसित करने में शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है अच्छे कार्य आदत में परिवर्तित होकर संस्कार का रूप ले लेते हैं।
डॉक्टर पीयूष पांडे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा किव्यक्तित्व निर्माण के साथ चरित्र निर्माण के लिए अच्छी आदतों के विकास की बात कही उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर के साथ तंदुरुस्त मन होना आवश्यक है इसके लिए योग प्राणायाम महत्वपूर्ण माध्यम है, साथ ही विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रमों के साथ में विभिन्न मानवीय गुणों के विकास के लिए कार्य करना चाहिए इनके लिए भारतीय संस्कृति के लिए अनेकों प्रेरक प्रसंग उपलब्ध है
इस कार्यक्रम का संचालन हिंदी विभाग के प्रोफेसर गोवर्धन प्रसाद सूर्यवंशी एवं आभार व्यक्त आइक्यूएसी प्रभारी प्रोफेसर तारा सिंह ने किया।कार्यशाला कार्यक्रम उपस्थित महाविद्यालय के प्राचार्य बी आर भगत, सुभागी भगत, मधुलिका तिग्गा, जितेंद्र कुमार ,गोपाल प्रधान, राम प्रसाद राम, बसंत कुमार, राजेश सिंह, अक्षय आनंद, राजेश तिर्की सहित विद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित थे