मुंबई, पीटीआइ: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय अपने सुरक्षा निरीक्षण कार्य को बढ़ाने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) में पर्याप्त पदों का सृजन करेगा। राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में, नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि DGCA ने इस वित्तीय वर्ष में अब तक 202 निगरानी निरीक्षण पूरे कर लिए हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने 14 अक्टूबर को सिंधिया को लिखे पत्र में स्पाइसजेट की गोवा-हैदराबाद प्लेन के केबिन के अंदर धुएं की घटना का जिक्र किया था और एयरलाइंस को सुरक्षा मानकों के उच्चतम स्तर को बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी। बता दें कि 12 अक्टूबर को गोवा से हैदराबाद के लिए उड़ान भरने वाले स्पाइसजेट के बाम्बार्डियर क्यू 400 विमान की केबिन में धुआं भर गया था, जिसके बाद हैदराबाद में विमान की आपातकालीन लैंडिंग हुई थी।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री सिंधिया ने 21 अक्टूबर को प्रियंका चतुर्वेदी को जवाब देते हुए कहा, ‘मैंने मामले की जांच की है। प्रारंभिक जांच के आधार पर, इंजन ब्लीड-आफ वाल्व में इंजन आयल के सबूत मिले, जिसके कारण विमान के एयर-कंडीशनिंग सिस्टम में तेल घुस गया था और केबिन में धुआं निकल रहा था।’ उन्होंने कहा कि DGCA ने इस मामले में स्पाइसजेट को तुरंत सूचित किया था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘DGCA स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी उचित कार्रवाई करेगा।’
सिंधिया ने कहा कि मंत्रालय और DGCA उड़ानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और हवाई संचालन की सुरक्षा बढ़ाने व हवाई घटनाओं को कम करने के लिए कई सक्रिय कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न कदमों के अलावा, DGCA ने स्पाइसजेट विमानों सहित अन्य की 59 मौके पर जांच की है। मालूम हो कि इस साल जुलाई में, नियामक ने कई उड़ान सुरक्षा घटनाओं और कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद आठ सप्ताह के लिए स्पाइसजेट के उड़ान संचालन को 50 प्रतिशत तक सीमित कर दिया था।