अम्बिकापुर: राज्यपाल अनुसुईया उइके शुक्रवार को अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान अम्बिकापुर पहुँची। उन्होंने सर्किट हाउस में विभिन्न संगठनों एवं समाज प्रमुखों की समस्याएं सुनी और अधिकारियों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष आनंद सिंह ने उनसे अपनी मांगों के संबंध में चर्चा की। उन्होंने महंगाई भत्ता, सातवें वेतनमान का बकाया भुगतान, नियमितीकरण, पदोन्नति आदि के मुद्दे पर राज्यपाल से चर्चा की। अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के संभागीय अध्यक्ष मनीष साहू ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई। उनकी प्रमुख मांगों में केंद्र के समान आरक्षण, वनाधिकार पत्र, मंडल कमीशन की अनुशंसाओं को लागू करने , सरगुजा संभाग के अन्य जिले सूरजपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज में लोक सेवा आयोग का परीक्षा केंद्र खोलना शामिल रहा। सरगुजा संभाग के गोंड समाज विकास समिति के सदस्यों ने गोंड समाज के लिए भूमि आबंटन तथा भवन निर्माण के लिए राशि की मांग की। इसके साथ ही 170-ख के प्रकरणों पर विशेष ध्यान देने, जनजाति सलाहकार परिषद से सलाह लेकर पेसा कानून लागू करने, एसटी एवं एससी थानों में गैर आदिवासी की पदस्थापना प्रतिबंधित करने, गैर आदिवासियों द्वारा फर्जी आदिवासी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी प्राप्त करने पर प्रतिबंध, विभागीय पदोन्नति में जनजाति लोगों को लाभ देने की मांग की। चर्चा के दौरान राज्यपाल सुश्री उइके ने कलेक्टर, एसपी से जानकारी ली और जिला स्तर पर समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। परसा केते कोल ब्लॉक खोलने की मांग को लेकर राज्यपाल के पास ज्ञापन देने पहुंचे। नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराने तथा अपने जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए खदान को जल्द से जल्द खोलना उनकी प्रमुख मांग थी।
इस अवसर पर कमिश्नर जी आर चुरेन्द्र, कलेक्टर संजीव कुमार झा, एसपी अमित तुकाराम काम्बले तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।