अंबिकापुर: जिले में 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता की रंगारंग शुरूआत रविवार को अम्बिकापुर के स्थानीय शासकीय बहुद्देश्यीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के क्रीड़ांगन में हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति व अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि विकास एवं कल्याण मंत्री  रामविचार नेताम ने ध्वजारोहरण कर प्रतियोगिता के शुभारंभ की घोषणा की।

कार्यक्रम के आरंभ में जिला शिक्षा अधिकारी  अशोक सिन्हा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि आज से शुरू हुए 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता आगामी 04 सितम्बर तक चलेगी। इस राज्य स्तरीय शालेय क्रीडा प्रतियोगिता मे खेल की चार विधाओं को शामिल किया गया है जिसमें फुटबॉल बालक-बालिका 17 वर्ष, क्रिकेट बालक-बालिका 17 वर्ष, बैडमिंटन बालक-बालिका 14 वर्ष, 17 वर्ष एवं 19 वर्ष तथा गतका 17 एवं 19 वर्ष की बालक-बालिकायें होंगी। सभी पांच सम्भाग से प्रतियोगिता में कुल 860 प्रतिभागी शामिल हो रहें हैं। प्रत्येक संभाग से विभिन्न खेल विधाओं में 71 बालक, 71 बालिकाएं होंगी। इनके साथ 50 स्टेट ऑफिशियल्स, 150 मैनेजर एवं कोच रहेंगे। इनके मध्य आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं को स्थानीय खेल मैदानों में संपन्न कराया जायेगा।

कार्यक्रम में बैडमिंटन के राष्ट्रीय खिलाड़ी अथर्व प्रताप सिंह ने खिलाड़ियों को शपथ दिलायी। इस अवसर पर सभी संभागों के खिलाडिय़ों ने रंग-बिरंगी पोशाक पहनकर आकर्षक मार्चपास्ट किया। इसके साथ ही स्कूली बच्चों के द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी गई।

मंत्री  रामविचार नेताम ने इस अवसर पर खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि राज्य में सरगुजा सम्भाग की अलग पहचान है और 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आज यहां आगाज़ हो रहा है, यह हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने प्रतियोगिता में आए प्रदेश के सभी सम्भाग के खिलाड़ियों सहित अभिभावकों, कोच, शिक्षकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने पहले हुए स्तरों में अपने हुनर का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और इस राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने खिलाड़ियों को बताया कि छत्तीसगढ़ में खेल प्रतिभाओं को आगे ले जाने के लिए शासन प्रतिबद्ध हैं। आगामी दिनों में अच्छी सुविधाओं तथा प्रशिक्षण के माध्यम से खेल प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास किया जा रहा है जिससे हमारे खिलाड़ी बढ़िया खेल कर अपनी प्रतिभा का झण्डा दुनिया में बुलंद कर सकें।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री  विष्णुदेव साय ने भी घोषणा की है कि ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को तीन करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। वहीं, रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दो करोड़ रुपये, और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
उन्होंने सभी को अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर प्रतियोगिता में हिस्सा लेने शुभकामनाएं दीं।वहीं सासंद  चिंतामणी महाराज ने कहा कि जीवन में खेल का महत्व भोजन की तरह ही है। खेल से शरीर, मन, मस्तिष्क सब स्वस्थ रहता है। कार्यक्रम में उपस्थित अंबिकापुर विधायक  राजेश अग्रवाल एवं लुण्ड्रा विधायक  प्रबोध मिंज ने भी सभी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर पूर्व सांसद  कमलभान सिंह, सरगुजा संभागायुक्त  जी आर चुरेन्द्र, कलेक्टर विलास भोसकर, जिला पंचायत सीईओ  नूतन कंवर, संयुक्त संचालक शिक्षा  संजय गुप्ता, स्थानीय जनप्रतिनिधि लल्लन प्रताप सिंह,  आलोक दुबे,  अम्बिकेश केसरी, जिला स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी तथा खिलाड़ी उपस्थित रहे।

उल्लास नवभारत साक्षरता जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना

कार्यक्रम के अवसर पर अतिथियों द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस रथ के द्वारा जन-जन को साक्षर बनाने प्रेरित किया जाएगा। बता दें जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सरगुजा द्वारा 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों से आह्वान किया गया है कि अक्षर ज्ञान प्राप्त कर शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़े। इस हेतु प्रत्येक ग्राम पंचायत में उल्लास केंद्र की स्थापना की जा रही है जिसमें साक्षरता की कक्षाएं संचालित की जाएंगी। उल्लास केंद्र असाक्षरों की सुविधा के अनुरूप गांव के बीच में स्थापित होगा। जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में गांव में साक्षरता कक्षा संचालित होंगी।

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