सूरजपुर: कलेक्टर इफ्फत आरा के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. आर.एस. सिंह के मार्गदर्शन में वर्षा ऋतु में होने वाले मौसमी बीमारियों को देखते हुए जिले के प्रत्येक विकासखण्डों के छात्रावासों एवं आश्रमों में रह रहे बालक बालिकाओं को स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। 5सितंबर को विकासखण्ड प्रेमनगर में आदिवासी बालक-बालिका छात्रावास नवापारा कला में 100 बच्चों का , प्री-मैट्रिक बालिका छात्रावास बकालो में 40 बच्चों का एवं प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास उपेश्वरपुर में 25 छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। छात्र-छात्राओं को सामान्य सर्दी खांसी एवं बुखार था जिन्हे उचित उपचार दिया गया। विकासखण्ड सूरजपुर में कस्तुरबा गांधी कन्या छात्रावास में छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया छात्रावास में कुल 200 छात्राओं में 41 छात्रों में सामान्य सर्दी-खांसी एवं बुखार पाया गया। 02 छात्राओं जिन्हे आंख एवं दांत कि समस्या थी उन्हें जिला चिकित्सालय सूरजपुर में रेफर किया गया। विकासखण्ड प्रतापपुर में प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास जजावल में 40 बच्चों का एवं प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास चन्दौरा में 42 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें बच्चों को सामान्य सर्दी-खांसी एवं बुखार था जिन्हे उचित उपचार दिया गया। विकासखण्ड ओड़गी के प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास में 38 बच्चों एवं बालक आश्रम चेन्द्रा में उपस्थित 50 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें 05 बच्चो को सामान्य सर्दी-खांसी, 03 बच्चों को त्वचा रोग तथा 02 बच्चो को बुखार था जिन्हे उचित उपचार दिया गया। किसी भी छात्रावास में रह रहे बच्चों में गंभीर बीमारी नही पाई गयी है, समस्त बच्चों को मौसमी बीमारी से बचाव हेतु आवश्यक सुझाव दी गई।