बलरामपुर: बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ में गलत इलाज के कारण एक महिला की जान चली गई थी 40 वर्षीय गायत्री मिंज, जो जगीमा हॉस्टल में अधीक्षिका के पद पर तैनात थीं, पाइल्स की समस्या से जूझ रही थीं। इलाज के लिए वह बुधवार शाम अपने पति के साथ शंकरगढ़ के लक्ष्मी मेडिकल स्टोर पहुंची थीं। पुलिस ने आरोपी अशोक विश्वास को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। 

जानिए क्या है मामला?

थाना शंकरगढ़ क्षेत्र के बचवार स्थित लक्ष्मी मेडिकल स्टोर में अशोक विश्वास नामक कथित बंगाली डॉक्टर बिना किसी लाइसेंस के इलाज कर रहा था। मृतका हॉस्टल अधीक्षिका गायत्री तिर्की (20) बवासीर की समस्या से पीड़ित थी और पूर्व में भी इसी मेडिकल स्टोर से इलाज करा रही थी। 20 नवंबर 2024 की शाम वह अपने पति के साथ फिर से इलाज के लिए वहां पहुंची थी।  आरोप है कि अशोक विश्वास ने उसे दो इंजेक्शन लगाए, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।  पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया। रासायनिक एवं हिस्टोपैथोलॉजी जांच में मौत का कारण “मेडिकल लापरवाही” बताया गया।  पुलिस ने जब आरोपी से इलाज करने और दवाइयां लगाने संबंधी लाइसेंस मांगा तो वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने मृतका को मोंटास  नामक इंजेक्शन लगाया था और उसकी शीशी परसापानी के पास फेंक दी थी।आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने इंजेक्शन की शीशी बरामद कर ली। जांच में उसका कृत्य धारा 105 बीएनएस के तहत अपराध पाया गया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। 

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