नई दिल्ली। नई दिल्ली से प्रयागराज महाकुंभ जा रहे श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने से अचानक भगदड़ मच गई। इसमें 18 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई लोग घायल हो गए। अब इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।

दो सदस्यीय समिति में पीसीसीएम, उत्तर रेलवे नरसिंह देव और पीसीएससी उत्तर रेलवे पंकज गंगवार शामिल हैं। कमेटी का गठन कल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ की जांच के लिए किया गया है। कमेटी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सभी वीडियो फुटेज सुरक्षित करने का आदेश दिया है। रेल मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। एचएजी जांच शुरू हो गई है।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर घटना का जायजा लिया और मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के स्वजनों के प्रति संवेदना जताई है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

घटना प्लेटफार्म नंबर 14/15 पर रात करीब साढ़े आठ बजे उस समय हुई, जब यहां प्रयागराज की ओर जाने वाली दो ट्रेनों का यात्री इंतजार कर रहे थे, लेकिन ये ट्रेनें नहीं पहुंचीं, जिससे प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़ एकत्रित हो गई।

रेलवे ने इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है। इसके अलावा गंभीर रूप से घायलों को 2।5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की सहायता की जाएगी।सूत्रों ने कहा कि ट्रेनों के प्रस्थान में देरी और हर घंटे 1,500 सामान्य टिकटों की बिक्री ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अराजक स्थिति पैदा की होगी। साथ ही प्लेटफॉर्म बदलने के बारे में गलत एलान ने भी भ्रम पैदा किया होगा, जिसके कारण भगदड़ मची। फिलहाल हादसे के पीछ के कारणों का पता लगने के लिए जांच जारी है।

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