अभी तक शुरू नहीं हुआ कृषि महाविद्यालय का निर्माण, स्थान परिवर्तन की योजना
सूरजपुर: सूरजपुर कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के 40 से अधिक पंचायतों के सरपंच और जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में पहुंचे। उनका आक्रोश इस बात को लेकर था कि धोंधा पंचायत में प्रस्तावित कृषि महाविद्यालय का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो पाया है और इसकी जगह बदलने की योजना बनाई जा रही है।
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र को कृषि महाविद्यालय की सौगात मिली थी, जिसके लिए धोंधा पंचायत की लगभग 300 एकड़ शासकीय भूमि चिन्हित की गई थी। हालांकि, वर्तमान सरकार में इस स्थान को बदलकर दूसरी जगह ले जाने की तैयारी की जा रही है, जिससे ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में नाराजगी है।
प्रतापपुर क्षेत्र के सभी सरपंचों ने बैठक बुलाकर इस मुद्दे पर चर्चा की और विधायक शकुंतला सिंह को बैठक में बुलाया, लेकिन वे उपस्थित नहीं हुईं। इससे पहले भी विधायक के पास कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नाराज ग्रामीण और जनप्रतिनिधि भारी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी नाराजगी जाहिर की।
कलेक्ट्रेट पहुंचे प्रतिनिधियों ने बताया कि प्रतापपुर क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है और कृषि महाविद्यालय बनने से क्षेत्र में विकास की उम्मीद जगी थी। लेकिन अब इसे धोंधा से हटाकर अंबिकापुर के पास स्थानांतरित करने की तैयारी हो रही है, जहां पहले से ही कृषि महाविद्यालय मौजूद है। सरपंचों का कहना है कि धोंधा पंचायत प्रतापपुर और वाड्राफनगर के बीच स्थित है और इस क्षेत्र में महाविद्यालय बनने से सभी को लाभ होगा।
विधायक की उदासीनता पर भी लोगों ने नाराजगी जताई और कहा कि अगर स्थानांतरण हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वे विधायक को जिताने के बाद अब इस फैसले से बेहद नाराज हैं और आवश्यकता पड़ने पर आंदोलन तेज करेंगे।
इस मुद्दे पर जिले के कलेक्टर रोहित व्यास ने कहा कि सरपंच और जनप्रतिनिधि कृषि महाविद्यालय के स्थान पर आपत्ति दर्ज कराने आए थे। हमने एसडीएम को निर्देशित किया है कि वे धोंधा पंचायत में भूमि का निरीक्षण करें और उपयुक्त भूमि मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।