अम्बिकापुर: रमजान के महीने मे रोजेदारों को इफ्तार देना 70 गुना सवाब माना जाता है. इन दिनो माहे रमजान का  पाक महीना चल रहा है और आने वाले 11 तारीख को  संभवत ईद की नमाज अदा की जाएगी। इसको लेकर डॉक्टर फैजुल हसन फिरदौसी निवासी बरगीडीह के निवास सहित जामा मस्जिद बरगीडीह पर क्षेत्र के सैकड़ों रोजेदार इतवार की शाम दावत-ए-इफ्तार में शरीक हुऐ ।और यह मुस्लिम समुदाय का बड़ा त्यौहार होता है ईद से पहले 30 दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा 30 दिनो का रोजा रखा जाता है जो सुबह सादिक 4:30 बजे से लेकर साम 6:30 बजे तक भूखे प्यासे रोजा रखते हैं और अपने रब की इबादत करते हैं इसी कड़ी में में बरोज इतवार सरगुजा के माने जाने वाले डॉक्टर मरहूम डॉक्टर नूरुल हसन फिरदौसी जी की बरसी  जिसके याद के तौर पर एक सामूहिक भोजन का आयोजन उनके पुत्र लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर फैजुल हसन फिरदौसी एवम् सदर मदरसा मोहमदीया बरगीडीह के द्वार उनके निज निवास बरगीड़ीह रैन बसेरा में आयोजित किया जाता है ।जिसमें मरहूम  डॉक्टर नूरुल हसन फिरदौसी के हक में दुआएं की जाती है साथ ही इस वर्ष 27 रोजा 7 तारीख को रमजान के मुबारक मौके पर  27 वा रोजा भी था लोगों ने रोजा भी रखा था । सभी एक दस्तरखान पर रोजा खोले इसके बाद इफ्तार पार्टी के रूप में समस्त रोजेदारों का इफ्तार सहित दावते आम का आयोजन किया गया था! माना जाता हैं कि रोजा इफ्तार के वक्त तमाम दुआए कुबूल की जाती है जिसको लेकर सभी ने  देश में अमन शांति के साथ आपसी भाई चारा की दुवाए भी की।

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