रायपुर: छत्तीसगढ़ में कवर्धा के पास भोरमदेव स्थित रिसोर्ट में 14 जनवरी की रात आईपीएस और कारोबारी के बीच हंगामा और मारपीट की जांच राजनांदगांव के आईजी दीपक झा करेंगे। पुलिस मुख्यालय ने उन्हें कहा है कि वे विस्तृत जांच कर बताएं कि आईपीएस अधिकारियों और कारोबारी के बीच किस बात को लेकर विवाद हुआ। बताते हैं, दोनों पक्ष शराब के नशे में था।
छत्तीसगढ के कवर्धा जिले में भोरमदेव के पास स्थित लग्जरी रिसोर्ट में आईपीएस अधिकारियों और रायपुर के एक रसूखदार बिजनेसमैन के बीच हुआ विवाद और झूमाझटकी का मामला अब गरमाने लगा है। गृह मंत्री का जिला होने की वजह से पुलिस मुख्यालय ने राजनांदगांव पुलिस रेंज के आईजी दीपक झा से जांच कर इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
पुलिस मुख्यालय के सीनियर आईपीएस ने बताया कि गृह मंत्री का जिला होने के साथ ही मामला आईपीएस अधिकारियों से जुड़ा है, इसलिए वास्तविकता को सामने लाने जांच जरूरी था। पीएचक्यू के अफसरों ने है कि ऐसी घटनाओं से पुलिस की छबि पर प्रभाव पड़ता है।बताते हैं, पुलिस मुख्यालय का संदेश मिलने के बाद राजनांदगांव के आईजी दीपक झा ने रिसोर्ट हंगामे की जांच प्रारंभ कर दी है। पुलिस मुख्यालय ने उनसे रिपोर्ट मांगी है कि क्या दोनों पक्षा शराब के नशे में थे? आईपीएस और कारोबारी में विवाद किस बात को लेकर हुई? और अगर इस तरह की घटना हुई तो एफआईआर दर्ज क्यों नहीं कराया गया? आरोपी पक्ष के खिलाफ बिना कोई कार्रवाई किए थाने से क्यों छोड़ दिया गया? कवर्धा एसपी की वहां उपस्थिति क्यों और कैसे थी?पता चला है, आईजी की जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली है।