बलरामपुर: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात जवानों का हौसला अफजाई करने दिनांक 22 अक्टूबर 2023 को सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग, पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डॉ. लाल उमेद सिंह , कलेक्टर बलरामपुर आर एक्का, सीआरपीएफ के टूआईसी प्रशांत कुमार एवम् पुलिस अन्य अधिकारियों द्वारा बलरामपुर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र सामरी, सबाग, बंदरचुआं, भूताही, चुनचुना पुंदाग, झारखंड सीमा के बूढ़ा पहाड़ का दौरा किया गया। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा वा पुलिस, राजस्व के अधिकारी मोटर साइकिल में सवार होकर दुर्गम पथरीले रास्तों से होकर थाना सामरीपाठ अंतर्गत झारखंड बॉर्डर के नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम चुनचुना-पुंदाग पहुंचे। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सेवा दे रहे जवानों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुना। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्र मैं तैनात पुलिस एवं सीआरपीएफ के जवनो से मिलकर उनकी समस्याओं से रूबरू होकर उनका मनोबल बढ़ाते हुए जवानों का उत्साहवर्धन किया गया। आईजी सरगुजा द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को मद्दे नजर रखते हुए नक्सल प्रभावित क्षेत्र में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के संबंध में रूप रेखा तैयार कर रणनीति बनाई।
पुलिस महानिरीक्षक अंकित गर्ग नक्सल प्रभावित क्षेत्र पहुंचने के पश्चात तैनात जवानों से रूबरू होते हुए बोले कि आपकी लगन मेहनत व आम जनता के लोगों के सेवा भावना बहुत ही प्रेरणादायक है, पुलिस के जवानों पर आमजन का विश्वास कम नहीं होना चाहिए इसी उद्देश्य के साथ हमें साथ मिलकर कार्य करना है, साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कार्य कर रहे हैं, निश्चित ही इस क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियां सहित अन्य कारकों से आप सभी परिचित हैं, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस व सीआरपीएफ कैंप का निर्माण होने से हमें निश्चित ही नक्सली गतिविधियों को जीरो टॉरलेंस करने में सक्षम होंगे। पिछले कुछ वर्षों में प्रतिहिंसा की गतिविधियां कम हुई है और हमने शांति स्थापित करने में सफलता पाई है। उन्होंने जवानों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि हमें अपने-अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभाने और एक दूसरे की मदद करते हुए उनका हाथ थामें। जिला पुलिस बल के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का अपेक्षित सहयोग प्राप्त हो रहा है। जिला बलरामपुर में नक्सल उन्मूलन एवं शांति सुरक्षा व्यवस्था कायम करने में जिले में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है जिससे पूरे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित है।
आईजी सरगुजा अंकित गर्ग ने कहा कि इस पहुंचविहीन नक्सली क्षेत्र चुनचुना, पुंदाग बूढ़ापहाड़ जहॉ कभी किसी सरकारी अमले का पहुंचना तो दूर स्थानीय लोगों का भी जीवन बसर दुर्लभ था। यहॉ मतदान तो होता था लेकिन भय के साए मेें। मतदान सामग्री के साथ मतदान दल भी यहॉ हेलीकॉपटर से भेजे जाते थे। इसकें बाद भी यह आशंका बनी ही रहती थी कि क्या पता सब कुछ ठीक-ठाक हो भी पाएगा या नहीं। पर इस बार ऐसा नहीं होगा। प्रशासन की सक्रियता और विकासोन्मुख कार्यों ने अब इस बीहड़ और नक्सली क्षेत्र की पूरी तस्वीर बदल कर रख दी है। जिले के इस आखिरी गांव तक सड़को के साथ यहॉ पुलिस व सी.आर.पी.एफ. कैैंप की स्थापना भी की गई है, जिसके कारण यहॉ से नक्सलियोें के पांव उखड़ चुके हैं।उल्लेखनीय है कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र को नक्सलियों का ट्राई जंक्शन भी कहा जाता था। जहॉ अब पुलिस व सीआरपीएफ का कैम्प स्थापित है बूढ़ा पहाड़ के पीछे झंडी-मुंडी नामक दो पहाड़ी है। बूढ़ा पहाड़ के चोटी के पीछे थालिया गांव की बस्ती भी बसी हुई है। यह स्थान नक्सलियों के लिए आसान टारगेट हुआ करता था। आई.जी., कलेक्टर, एसपी, ने कैम्प के अपने जवानों को नवरात्र और दुर्गा अष्टमी की शुभकामनाएं दी, उनका कुशलक्षेम पूछा और चुनाव के मद्देनजर अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
बूढ़ापहाड़ नामक स्थान पुंदाग गांव से लगभग छह किलोमीटर अंदर घोर जंगल मेें स्थित है, जिसके कारण यह नक्सलियों के लिए सुरक्षित पनाहगार हुआ करता था। यहॉ पर झारखण्ड पुलिस ने भी एक सी.आर.पी.एफ. कैम्प बना रखा है। अपने भ्रमण के दौरान आई.जी., कलेक्टर व एसपी ने झारखण्ड के बूढ़ा पहाड़ पहुंचकर सी.आर.पी.एफ. कैम्प में जाकर तैनात जवानों से चर्चा कर सुरच्छा संबंधी निर्देश दिया गया। अधिकारियों द्वारा मतदान दलों की सुरक्षा को लेकर विचार विमर्श किया गया। बूढ़ा पहाड़ कभी घोर नक्सली क्षेत्र होने के साथ ही पहुंच विहीन क्षेत्रे के अभिशाप से भी ग्रसित था, किंतु इस जिले के अस्तित्व में आने के बाद यहॉ तेजी से विकास कार्य हुए।
इस कार्यक्रम भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डॉ. लाल उमेद सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन शैलेन्द्र पाण्डेय, सीआरपीएफ टूआईसी प्रशांत कुमार, एसडीएम चेतन साहू, तहसीलदार शशिकांत दुबे, रक्षित निरीक्षक बलरामपुर विमलेश देवांगन, थाना प्रभारी सामरी बृजलाल भरद्वाज सहित सीआरपीएफ एवम् जिला बल के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।