नई दिल्ली: देश में मानसून पहुंचने की खबर का इंतजार थोड़ा बढ़ गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के 27 मई को केरल पहुंचने के पूर्व के अनुमान के विपरीत मौसम विभाग ने कहा कि मानसून एक जून तक कभी भी पहुंच सकता है और स्थितियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।

देशभर में खेतीबाड़ी के लिए दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने की खबर का बेसब्री से इंतजार रहता है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के मुताबिक, अगले 48 घंटों के दौरान मानसून के अरब सागर के कुछ और हिस्सों, पूरे मालदीव और लक्षद्वीप के इलाकों में आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। इस हफ्ते के दौरान मानसून के केरल पहुंचने के लिए स्थितियां अनुकूल होने की संभावना है। मानसून के आगमन में विलंब के बारे में पूछे जाने पर विभाग के एक वरिष्ठ विज्ञानी ने कहा कि 27 मई के पूर्व के अनुमान में चार दिन आगे-पीछे होने का अनुमान भी व्यक्त किया गया था।

केरल में बना है बारिश का मौसम

मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून केरल में समय से पहले दस्तक देगा। लेकिन, बाद में न केवल असानी ने अपना रास्ता बदला, बल्कि मध्य व पूर्वी भारत में जिस तरह की प्री-मानसूनी बारिश की आशा की जा रही थी, वह भी नहीं हुई। केरल के कई हिस्सों मानसूनी बादल छाए हुए हैं।

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि मध्य प्रदेश में मानसून के जून के मध्य तक दस्तक देने का अनुमान है। वहीं 15 जून के आसपास मानसून छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर सकता है।

झारखंड में 10 से 15 जून के बीच मानसून

झारखंड में 10 से 15 जून के बीच मानसून आ सकता है। 17 मई से अंडमान में मानसून की बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि एक जून से पूर्व ही केरल में मानसून आ सकता है। इस वर्ष अंडमान निकोबार में तय समय से छह दिन पहले मानसून की बारिश शुरू हो गई है। आम तौर पर अंडमान में 22 मई के आसपास मॉनसून आता है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान किया है कि मानसून की बारिश सामान्य होगी।

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