अम्बिकापुर: वन, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव तथा सरगुजा जिले के प्रभारी सचिव मनोज पिंगुआ अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान अम्बिकापुर पहुंचे। प्रवास के दौरान उन्होंने जिले के विभिन्न धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने खरीदी केन्द्रों में सतत रूप से व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने तथा बिचौलियों की घुसपैठ को रोकने के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव पिंगुआ सबसे पहले जिले के सीमावर्ती धान खरीदी केंद्र परसा पहुंचे। परसा में उन्होंने धान खरीदी के तय मानकों सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में समिति प्रबंधक से पूछताछ कर जानकारी ली। समिति प्रबंधक को निर्देशित करते हुए पिंगुआ ने कहा कि किसानों को धान बेचने के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या नही होनी चाहिए। हर प्रकार से उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जाए। खरीदी केंद्रों में बिचौलियों की घुसपैठ को नाकाम करें। उन्होंने कहा कि 80 प्रतिशत लघु एवं सीमांत किसान तथा 20 प्रतिशत बड़े किसानो को धान खरीदी में प्राथमिकता दें। जिन किसानों का धान बिक्री समाप्त हो रहा है उनका रकबा समर्पण फॉर्म आवश्यक रूप से भरा जाए। इस दौरान उन्होंने धान बेचने आये किसान डीबी चौबे तथा रामबचन से बात की। किसानों ने बताया कि धान बेचने के लिए टोकन कटाने तथा धान तौल कराने के समय उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हुई। इसके पश्चात श्री पिंगुआ लघु वनोपज संघ के द्वारा वन प्रसंस्करण केंद्र अम्बिकापुर में चल रहे कोदो, कुटकी और रागी संग्रहण के संबंध में एकदिवसीय संभागीय प्रशिक्षण का अवलोकन करने पहुंचे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए अधिक से अधिक लघु वनोपज के संग्रहण तथा भंडारण की बात कही।
इसके पश्चात श्री पिंगुआ तथा कलेक्टर संजीव कुमार झा ने लखनपुर तथा उदयपुर के धान उपार्जन केंद्रों का जायजा लिया। उन्होंने धान खरीदी केंद्रों में आवश्यक मूलभूत संसाधनों के संबंध में पूछताछ की। समिति में खरीदे गए धान की गुणवत्ता, धान की तौल, बारदाने का वजन, नमी की मात्रा, टोकन काटना, बारदाने, ट्रांसपोर्टेशन, आर्द्रतामापी यंत्र, रखरखाव, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। प्रमुख सचिव ने धान बेचने आए किसानों से चर्चा करते हुए कहा कि धान बेचने में उन्हें किसी प्रकार की समस्या तो नहीं हो रही है। इस दौरान उन्होंने किसानों के ऋण पुस्तिका एवं समिति में उपलब्ध दस्तावेज का मिलान किया और धान वजन करके भी देखा। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बताया कि जिले में इस वर्ष 49324 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिनसे 2 लाख 6645 मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य है।निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के सीईओ विनय कुमार लंगेह, मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव, डीएफओ पंकज कमल तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।