
बलरामपुर।बलरामपुर जिले के अनुभाग कुसमी अंतर्गत ग्राम पंचायत करकली में सुबह करीब 11 बजे अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुसमी करुण डहरिया अपनी राजस्व टीम के साथ पुलिस की छावनी लेकर दल-बल के साथ पहुचे. जहाँ उन्होंने कई वर्षों से काबिज कर अपना जीवन यापन करने वाले 41 कब्ज़ाधारियों को जेसीबी मशीन के सहारे हटाना शुरू कर दिया.
शनिवार को एसडीएम के नेतृत्व में राजस्व अमले की उपस्थिति में अतिक्रमण मुहिम प्रारम्भ कर जेसीबी से तोड़ फोड़ की जानकारी जैसे ही फैली उनमें भय का वातावरण निर्मित होगा गया. यहां सभी गरीब तबके के लोग हैं. जिनके ऊपर ताबड़तोड़ इस कार्यवाही से त्राहिमाम की स्थिति निर्मित होगा गई हैं. सभी घर के परिजन इस कार्यवाही से चीख रहें हैं। आरोप यह भी सामने आ रहे हैं की एसडीएम ने उक्त कार्यवाही के लिए किसी प्रकार का उन लोगों को नोटिस आज के तोड़-फोड़ के लिए नहीं दीं गई। आनन-फानन में तोड़-फोड़ करना शुरू कर दीया गया. अधिकांश घरों को सामान तक हटाने का मौका नहीं मिला. जिसमें गरीबों का नुकसान हो गया। कब्ज़ाधारियों के अनुसार एसडीएम तोड़फोड़ के दौरान बोलते रहे ही तुम लोग को दो शाल से कहा जा रहा हैं. कब्जा हटाने नहीं समझ आता हैं. इतना टाईम नहीं हैं हमलोग के पास जो तुमलोगो का सुनते रहें। सभी घरों के आशियाना को उजाड़े जाने की जानकारी स्थानीय नेताओं व विधायक – सांसद तक भी पहुंचाई गई. पर काफी देर तक सभी ने मोबाईल बंद कर दिया. जवाब नहीं दिया. संपर्क से बाहर भी हो गए.यहां इस कार्यवाही के दौरान एसडीएम ने किसी की नहीं सुनी और अपना मोबाइल बंद कर लिया.और अतिक्रमण की मुहिम चलती रही।
इस सबंध में सरपंच से भी लोगो ने विनती की तो उसने स्थानीय विधायक से बात करने का हवाला देकर अपना पल्ला झाड लिया. इस अतिक्रमण हटाओ कार्यवाही के बाद ग्रामीण परेशानी में आ गए अब उनके सर पर किसी प्रकार का अपना छत नहीं हैं. सभी बेघर हो चुके हैं।तोड़फोड़ कार्यवाही के दौरान एसडीएम ने फोटो खींचने व वीडियो बनाये जाने पर भी आपत्ति करते हुवें भय का वातावरण निर्मित कर सभी को उक्त कार्य के लिए प्रतिबंधित करते हुवें. जेल में भेज देने का हवाला देते रहा गया।