आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/ सेदम: सरगुजा जिले का ऐसा स्कूल जहां के पूरे शिक्षक ही शासकीय अवकाश लेकर घर में बैठे हैं और बच्चे स्कूल पहुंच मध्यान भोजन कर घर जाने और आने का ही कार्य कर रहे हैं बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और शिक्षा विभाग के प्रति नाराजगी जाहिर की है।
सरगुजा जिले के विकासखंड बतौली अंतर्गत प्राथमिक शाला नयाबांध विरिमकेला का है जहा प्राथमिक शाला में पदस्त दो शिक्षिकाएं एवं एक प्रधान पाठक है और कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक कल 27 बच्चे अध्यनरत हैं इन 27 बच्चों को पढ़ाने शिक्षक शिक्षिका ही नहीं है।
प्राथमिक शाला नयाबांध में पढ़ने वाले कक्षा पांचवी से विकास सोनिया ,रितिका कक्षा चौथी से सूरज कक्षा तीसरी से दीपेश मुकेश ,परमेश्वर कक्षा दूसरी से दीपावंती ने बताया की यहाँ पदस्त शिक्षिका तुलसी गुप्ता ही स्कूल आती है जो अपने 6 वर्षीय बच्चे के पालन पोषण के लिए 1 महीने की अवकाश में अभी चली गई जबकि दूसरी शिक्षिका किरण गुप्ता जो प्रभारी प्रधान पाठक भी है जो डेढ़ महीने पहले ही मातृत्व अवकाश मे है और स्कूल भी नहीं आती है जबकि यहां पदस्थ प्रधान पाठक सबलसाए अपने पहुंच के दम पर और अधिकारियों से सेटिंग कर प्रतिनियुक्ति आदेश लाकर बालक छात्रावास मँगारी का हॉस्टल अधीक्षक बना हुआ है जिससे प्राथमिक शाला नया बांध की पढ़ाई व्यवस्था बिगड़ गई है बच्चे स्कूल आते हैं और खाना खाकर चले जाते हैं*
विकासखंड बतौली में शिक्षा के अधिकार कानून का खुलेआम धजिया उड़ाई जा रही है अधिकारियों से पहुंच के दम पर शिशुवती माता नहीं होने पर भी मातृत्व अवकाश में शिक्षिका चले जा रहे हैं जबकि प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक को नियम अनुसार बालक छात्रावास अधीक्षक पद में पदस्थ नहीं किया जा सकता फिर भी यहां के पहुंच परस्त शिक्षक सेटिंग के दम पर छात्रावास आश्रमों में अधीक्षक वन बैठे हैं।
मामला संज्ञान में आने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्राथमिक शाला नया बांध के 27 बच्चों को बगल में स्थित माध्यमिक शाला में अटैच कर दिया गया है अपने आप का बचाव करने हेतु बच्चों को तो अटैच कर दिए लेकिन इन भोले भाले मासूम बच्चों को पढ़ाएगा कौन सवाल यह उठता है कि विकासखंड के अन्य स्कूलों में ही अतिरिक्त शिक्षक कम बच्चों पर भी एक ही स्कूल में जमे हुए हैं जबकि विकासखंड के कई स्कूल शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं।
प्राथमिक शाला नया बांध में अध्यनरत बच्चों के अभिभावक माता सुमति, तिलेश्वरी, केवरी भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं और प्राथमिक शाला में अच्छे शिक्षकों को पदस्त् करने की मांग की गई है।
इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी शरद चंद्र मेस्पाल ने बताया कि मजबूरीबस महिला शिक्षकों की छुट्टी का आवेदन लिया जाता है जिन्हें शासन द्वारा मातृत्व अवकाश हेतु छुट्टी लेने का प्रावधान दिया गया है प्राथमिक शाला के बच्चों को पढ़ना जल्द ही शिक्षकों की कमी पूरी की जाएगी और यहां के प्रधान पाठक का अधीक्षक बना बड़े अधिकारियों के आदेश पर भी संभव हुआ है जिसे मेरे द्वारा कुछ नहीं किया जा सकता।