कोरिया: कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने आज विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ में आंगनबाड़ी केंद्र परसगढ़ी में पोषण पखवाड़ा का निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ी में बच्चों एवं हितग्राही महिलाओं को दिए जा रहे भोजन का जायजा लिया। सहायिका ने बताया कि यहां 12 बच्चे दर्ज हैं जिनमे 1 बच्चा कुपोषण की श्रेणी में है। उन्होंने कुपोषित बच्चे के पोषण चार्ट का निरीक्षण कर नियमित अण्डा खिलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र में शौचालय एवं पानी की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जिले के सभी 06 परियोजनाओं की 1793 आंगनबाडी केन्द्रो में आज थीम के अनुसार पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया गया। आज का थीम महिला स्व.सहायता समूहों की बैठक थी, जिसमे महिलाओं के शिशु के सुनहरे 1000 दिवस पर विस्तार से चर्चा की गई। यथा जीवन के सुनहरे 1000 दिनों में बच्चों का शीरीरिक एवं मानसिक विकास तेजी से होता है इस समय मॉ और बच्चे की सही देखभाल पर्याप्त भोजन व प्यार भरे तनावयुक्त माहौल की जरूरत होती है जिसमें गर्भावस्था के 270 दिन (9 माह) में गर्भ का पला चलते ही आंगनबाडी केन्द्र में पंजीयन करावाना है। बैठक में बताया गया कि इस बीच कम से कम 04 बार स्वास्थ्य जॉच कैलिश्यिम एवं ऑयरन की गोली का सेवन तथा संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करना है। इसके बाद बच्चे के जन्म के बाद के 180 दिन (6 माह) में जन्म के 01 घंटे की भीतर मां का पहला दुध पिलाना तथा 06 माह तक केवल मां का दुध पिलाना और कुछ नही देना है। 07 से 24 माह में 06 पूर्ण होते ही मां के दुध के साथ उपरी आहार देना 09 माह पर विटामिन ए की खुराक तथा बच्चे के टीकाकरण के बारे में बताया गया। बच्चों के पोषण की स्थिति पर चर्चा की गई, केन्द्रों में प्रतिदिन की सेवाएं प्रदान की गई, बच्चों का वजन एवं उचाई का मापन किया गया। इस आयोजन में महिलाओं, बच्चों, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं तथा ग्रामीणों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।