शिकायत लेकर सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुष पहुंचे जनपद पंचायत बतौली तो प्रभारी सीईओ हुए रफू चक्कर

आशीष कुमार गुप्ता
बतौली/सेदम: छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के क्षेत्र बतौली में खाद्यान्न के लिए तरसे लोग पिछले तीन महीने से राशन नहीं मिलने से हताश ग्राम पंचायत चिरंगा के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणजन राशन की शिकायत लेकर जनपद पंचायत बतौली पहुंचे तो प्रभारी सीईओ ग्रामीणों को देखने के बावजूद बात सुने बगैर जनपद से चलते बने।जिससे नाराज होकर ग्रामीणजन राशन की मांग जनपद में करने हो हल्ला मचाने लगे तो बतौली के खाद्य अधिकारी राजेंद्र कश्यप मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों का आवेदन लिया और 2 दिनों के अंदर राशन वितरण करवाने की आश्वासन दिया है ।

गौरतलब है कि विकासखंड बतौली के सबसे बड़े ग्राम पंचायत चिरंगा में 763 राशन कार्ड धारीयों को पिछले तीन महीने से राशन के लिए तरसना पड़ रहा है राशन वितरण नहीं होने से चिरंगा के ग्रामीणजनों को राशन के लाले पड़ गए हैं जिससे दुकानों से खरीदकर अपना पेट भरने को मजबूर हो गए है।ग्राम चिरंगा के महेश लकड़ा, ओमप्रकाश, लक्ष्मी पैंकरा, इमलावती, रुगी, रामनिवास, सुकलपति, सांति, गौरी, आशा, सोनमती , भूनेस्वर, गोविंद जंगलराम,हजारीलाल,विसुनमुनि, सहित सैकड़ों की संख्या में जनपद पहुंचे ग्रामीणजनों ने बताया की ग्राम चिरंगा में मां महामाया खाद्य पोषणसुरक्षा समिति द्वारा राशन दुकान का संचालन किया जा रहा है जिसके सँचालक द्वारा लापरवाही पूर्वक पिछले 3 महीने से मार्च-अप्रैल मई में वितरण नहीं किया गया है चावल, शक्कर, चना की काला बाजारी कर राशन कार्ड धारियों का चावल हड़प लिया गया है राशन दुकान के संचालक द्वारा खानापूर्ति करते हुए 763 कार्डधारियों को 20 किलो चावल थमा दिया गया जब ग्रामीणों द्वारा संचालक से राशन की मांग करने लगे तो राशन में कमी बताया गया। जिससे राशन की मांग करने जनपद पंचायत बतौली पहुंचे लेकिन यहां भी प्रभारी सीईओ ग्रामीणों को देख कर चल दिए।
जबकि खाद्य मंत्री अमरजीत भगत द्वारा बार-बार कहा जाता है कि क्षेत्र का कोई भी ग्रामीण भूखा नहीं रहेगा लेकिन पिछले 3 महीने से राशन के लिए तरस रहे लोग जिन्हें उंचे दाम में दुकानों से खरीद कर अपना पोषण करना पड़ रहा है।ग्राम पंचायत झरगवा भी अछूता नहीं है जहा के संचालंक द्वारा 445 राशन कार्ड धारियों को 1 किलो चना का वितरण किया गया है

मा महामाया खाद्यान्न सुरक्षा समिति के संचालक कृपाल दास ने बताया की पिछले तीन महीने से रासन की कमी है जितना रासन का भंडारण हुआ है उतना वितरण किया गया है जिसके जानकारी हर महीने खाद्य अधिकारी को दिया जाता है।

इस संबंध में बतौली के खाद्य अधिकारी राजेंद्र कश्यप ने कहा कि पूर्व में संचालित मिलन स्वयं सहायता समूह द्वारा 110 किवंटल राशन का सोर्टेज किया गया था। जिसे पूर्व में नोटिस के मध्यम से भरपाई करने कहा गया था जिससे आज तक राशन की कमी के कारण राशन का वितरण सही ढंग से नहीं हो पा रहे हैं ।राशन के संबंध में जो भी कमी है उसे दूर करते हुए 2 दिन के अंदर ग्रामीण जनों को राशन का वितरण कर दिया जाएगा।लेकिन सवाल यह उठता है की पिछले तीन महीने से राशन की अफरा तफरी के बिच खाद्य अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी को मामले की जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस पहल ग्रामीणों के पक्ष में अब तक नहीं लिया गया है।

ग्रामीणों का सीधा आरोप है की सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत द्वारा चिरंगा के ग्रामीणों से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है जिनके खाद्य मंत्री रहने के बावजूद ग्रामीण जन भूखे तरस रहे हैं।

इस संबंध में सीतापुर एसडीएम रवि राही ने बताया की मै मामले की जांच हेतु खाद्य अधिकारी को निर्देशित किया है जो भी राशन की कमी पाई गई है उसको जांच उपरांत पूरा करने तथा लापरवाह कर्मचारी पर कार्यवाही की बात कही है।

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