बलरामपुर: जिला मुख्यालय बलरामपुर में 14 अगस्त को प्रातः 7.00 बजे आजादी के अमृत महोत्सव पर स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व आयोजित स्वतंत्रता दौड़ में कलेक्टर विजय दयाराम के., गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी सहित छात्र-छात्राएं तथा नगर के सभी वर्ग के लोगों ने बड़े उत्साह के साथ बढ़-चढ़कर भाग लिया।
स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन पुराना बस स्टैण्ड बलरामपुर से शुरू हुआ और नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर के खेल मैदान में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर विजय दयाराम के. ने स्वतंत्रता दौड़ में शामिल गणमान्य नागरिक, बलरामपुर के नगरवासियों, अधिकारी-कर्मचारी, छात्र-छात्राएं को धन्यवाद देते हुए आजादी के 75वें अमृत महोत्सव की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज 75वें साल स्वतंत्रता का जश्न मना पा रहे हैं ये हमारे पूर्वजों के बलिदान से संभव हो पाया है, आज हम चैन के साथ जी रहे हैं वह पूर्वजों के खून-पसीना, बलिदान और उनका राष्ट्रप्रेम से यह संभव हो पाया है। आजादी के 75वें साल में पूरे देश में हमर तिरंगा यात्रा चालू है, साथ ही छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में सभी जिलों में हमर तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिले के सभी विकासखण्डों में लोग अपने राष्ट्रप्रेम को समाज के कोने-कोने तक पहुंचा रहे हैं। स्वतंत्रता दौड़ हमें यह याद दिलाती है कि स्वतंत्रता के पूर्व सभी वर्ग के लोगों का अपने-अपने क्षेत्र में योगदान रहा तथा इसी योगदान के बदौलत हमें आजादी प्राप्त हुई है। उस क्षण को याद करने के लिए प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के पूर्व स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि जो स्वतंत्रता हमें मिली है, उसे हमें सदा बनाये रखना है।
सद्भावना दौड में धावकों के लिए पांच वर्ग तय किया गया था जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले धावकों को प्रोत्साहन पुरस्कार दिया गया। बालिका वर्ग में प्रथम सीमा सिंह, द्वितीय सोनालिका सिंह, तृतीय सुषमा सिंह, पुरुष वर्ग में प्रथम भीष्म सिंह, द्वितीय संजय पुरी, तृतीय अशोक यादव, कर्मचारी पुरुष वर्ग में प्रथम मंगल चन्द्र राम, द्वितीय शिवमंगल मिंज, तृतीय डॉ नवनीत टोप्पो, नागरिक पुरुष वर्ग में कैलाश द्विवेदी, द्वितीय अख्तर अंसारी, अधिकारी पुरुष वर्ग में प्रथम खाद्य अधिकारी शिवेन्द्र कामठे, द्वितीय डॉ. बी.पी.सतनामी, तृतीय ओम प्रकाश गुप्ता ने प्राप्त किया।