नई दिल्ली: भारतीय नौसेना का अरब सागर में दबदबा देखने को मिल रहा है. भारतीय युद्धपोत INS सुमित्रा ने सोमवार को अदन की खाड़ी में सोमाली समुद्री लुटेरों को करारा जवाब दिया है और 19 पाकिस्तानी नागरिकों समेत ईरानी जहाज को बचाया है. इन लुटेरों ने मछली पकड़ने वाले जहाज को किडनैप कर लिया था. जहाज से इमरजेंसी कॉल आने के बाद युद्धपोत ने दूसरा समुद्री डकैती विरोधी अभियान चलाया और बड़ी सफलता हासिल की.

इससे पहले भारतीय नौसैनिक युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने रविवार को ईरान के जहाज एफवी ईमान को बचाया था. उसके बाद जहाज अल नईमी को सोमालिया के लुटेरों के शिकंजे से छुड़ाया है. यह घटना केरल के कोच्चि के तट से 800 मील दूर अरब सागर में हुई.

भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने एक्स पर लिखा, आईएनएस सुमित्रा ने मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी पर समुद्री डकैती के प्रयास को विफल कर दिया और 11 सोमाली समुद्री डाकुओं से 19 पाकिस्तानी चालक दल के सदस्यों को बचा लिया है. ये कार्रवाई अदन की खाड़ी में कोच्चि के तट पर की गई है. 28 जनवरी को ईरानी झंडा वाले मछली पकड़ने वाले जहाज के किडनैप के बारे में जानकारी मिली थी. जिसके बाद भारतीय युद्धपोत INS सुमित्रा ने मोर्चा संभाला और 19 पाकिस्तानी नागरिकों को ले जा रहे जहाज को बचाया है, इसे सोमालिया के पूर्वी तट से सशस्त्र सोमाली समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था.

भारतीय नौसेना ने बताया कि समुद्री डाकुओं ने चालक दल को बंधक बना लिया था. आईएनएस सुमित्रा ने इस जहाज को रोक लिया और समुद्री लुटेरों के कब्जे से लोगों को छुड़ाया गया है.

नौसेना ने अरब सागर में 24 घंटे के अंदर हाईजैकिंग की दो बड़ी कोशिशों को नाकाम किया है. इससे पहले समुद्री लुटेरों ने 28-29 जनवरी को भी अरब सागर में ईरानी जहाज MV Iman को हाईजैक करने की कोशिश की थी. हालांकि भारत के जंगी जहाज आईएनएस सुमित्रा ने मोर्चा संभाला और जहाज और उसके चालक दल (17 ईरानी नागरिकों) को कुछ ही घंटे में सुरक्षित रूप से बचा लिया गया था.इस ईरानी जहाज में 17 क्रू मेंबर बैठे हुए थे, जिनका समुद्री डाकुओं ने अपहरण कर लिया था. हाल ही में इंडियन नेवी ने अदल की खाड़ी में तीन युद्धपोत किए हैं.

बता दें कि लाल सागर और अरब सागर के क्षेत्रों में समुद्री लुटेरों का आतंक देखने को मिल रहा है. यहां व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने के लिए ड्रोन से अटैक किया जा रहा है. 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध के बाद लाल सागर में ईरान समर्थित यमन के हौथी विद्रोहियों द्वारा कई व्यापारिक जहाजों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया गया है.

हौथिस के लगातार हमलों की वजह से कई शिपिंग कंपनियों को लाल सागर में संचालन के लिए या तो सस्पेंड करने या रूट बदलने के लिए मजबूर किया है. व्यापारिक जहाजों पर हाल के हमलों के मद्देनजर भारतीय नौसेना ने मोर्चा संभाला है और जंगी जहाज तैनात कर दिए हैं.

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