
बलरामपुर: कलेक्टर राजेन्द्र कटारा के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ नयनतारा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में जिले के सभी ग्राम पंचायतों में रोजगार दिवस आयोजित किया गया, जिसमें अधिक से अधिक श्रमिकों को मनरेगा अंतर्गत रोजगार देने की चर्चा की गई।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून के प्रावधानों एवं अधिकारों के प्रति श्रमिकों में समझ विकसित करना है। योजना अंतर्गत 1 अप्रैल 2025 से दैनिक मजदूरी दर पूर्व के तुलना में 243 रूपये से बढ़कर 261 रूपये अर्थात 18 रूपये हुए वृद्धि के संबंध में जानकारी दिया गया। रोजगार दिवस के दौरान नवीन जॉब कार्ड बनाने अथवा सदस्य जोड़ने के संबंध में आवेदन एवं रोजगार हेतु मांग पत्र भी प्राप्त किया गया। पूर्व में स्वीकृत प्रगतिरत कार्यों को पूर्ण करने एवं अप्रारंभ कार्यों को अतिशीघ्र प्रारंभ करने पर भी चर्चा किया गया। मनरेगा एवं प्रधानमंत्री आवास के कार्यों का होने वाले सामाजिक अंकेक्षण के संबंध में ग्रामीणों, श्रमिकों एवं जनप्रतिनिधियों को जानकारी दी गई। रोजगार दिवस के माध्यम से जॉबकार्डधारी परिवारों, ग्रामीणों की जॉबकार्ड, मजदूरी आदि की जानकारी दी गई। साथ ही मनरेगा के दिशा-निर्देशों के साथ सामुदायिक एवं हितग्राही मूलक कार्यों से अवगत कराया गया। वर्तमान में मनरेगा सहित प्रधानमंत्री आवास के कार्य स्वीकृत हैं, जिसमें मनरेगा श्रमिक अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
ज्ञात हो कि प्रत्येक माह की 7 तारीख को रोजगार दिवस का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन एवं जनपद सीईओ के नेतृत्व में पूरे जिले में रोजगार दिवस का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि महात्मा गांधी नरेगा (मनरेगा) योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले में कुल 141884 परिवार पंजीकृत हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 36.35 लाख मानव दिवस का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसके विरूद्ध 40.97 लाख मानव दिवस रोजगार उपलब्ध कराया गया। रोजगार दिवस के दौरान आगामी 8 अप्रैल से होने वाले सुशासन तिहार के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई, तथा अपने क्षेत्र के मूलभूत आवश्यकताओं, समस्याओं को उचित माध्यम से शासन स्तर तक पहुंचाने के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा किया गया।