नई दिल्ली, पीटीआइ। सरकार ने उच्च महंगाई दर और बढ़ती ब्याज दर के बीच 2022-23 की दूसरी तिमाही के लिए एनएससी (NSC) और पीपीएफ (PPF) समेत छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर को संशोधित नहीं किया गया है। सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में क्रमशः 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर जारी रहेगी।

वित्तीय वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही के लिए विभिन्न छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज की दरें नहीं बदलेंगी। 1 जुलाई 2022 से शुरू होकर 30 सितंबर 2022 को समाप्त होने वाली पहली तिमाही (1 अप्रैल) के लिए नोटिफाइड दरों से अपरिवर्तित रहेंगी। वित्त मंत्रालय ने एक 30 जून 2022 को एक नोटिफिकेशन जारी कर यह जानकारी दी है। बता दें कि छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरें तिमाही आधार पर नोटिफाई की जाती हैं। एक वर्षीय सावधि जमा योजना दूसरी तिमाही में भी 5.5 प्रतिशत की ब्याज दर पर रहेगी।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उच्च महंगाई दर पर काबू पाने के लिए बेंचमार्क दर में लगातार दो बार 90 आधार अंकों की वृद्धि के बाद एक साल की सावधि जमा पर ब्याज दर 5.10 प्रतिशत बढ़ा दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मई और जून में रेपो रेट में क्रमश: 40 बेसिस पॉइंट और 50 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की थी। खुदरा मुद्रास्फीति मई में 7.04 प्रतिशत रही, जो लगातार पांचवें महीने आरबीआई के टॉलरेंस लेवल से ऊपर थी।

पांच वर्षीय वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजना पर ब्याज दर 7.4 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी। वरिष्ठ नागरिकों की योजना पर ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है। बालिका बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। बचत जमा पर ब्याज दर 4 प्रतिशत प्रति वर्ष बनी रहेगी। वहीं, एक से पांच साल की सावधि जमा पर 5.5-6.7 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जिसका भुगतान तिमाही में किया जाएगा, जबकि पांच साल की आवर्ती जमा (Recurring Deposit) पर 5.8 प्रतिशत का उच्च ब्याज मिलेगा।

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