गरियाबंद: उदंती सीता नदी अभ्यारण्य इलाके में पोटाश बम से भालू का शिकार करने वाले 2 आरोपियों को 25 दिनों बाद एंटी पोचिंग टीम ने ओडिशा बॉर्डर कालीमाटी से गिरफ्तार किया. ये आरोपी मध्यप्रदेश के शिकारीयो से बम खरीदकर भालू का शिकार करते थे. इस कार्रवाई में गरियाबंद पुलिस साइबर सेल का अहम योगदान रहा. आरोपियों का मध्य भारत में सक्रीय बड़े गिरोह में शामिल होने की आशंका जताई जा रही।

दंती सीता नदी टाइगर प्रोजेक्ट के अधिकारियों को सूचना मिली कि इंदागांव (घुरवागुड़ी) बफर परिक्षेत्र के पहाड़ी के नीचे पोटाश बम से भालू का शिकार किया गया है. । इस सूचना पर वरुण जैन, उपनिदेशक उदंती सीतानदी टायगर रिजर्व  के मार्गदर्शन में आरोपी हजारी पिता तुलसीराम एवं उत्तम पिता खगेश्वर को एन्टी पोचिंग टीम ने गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए कार्यालय सहायक संचालक उदंती (मैनपुर) लाया. दोनों आरोपियों ने पोटाश बम से भालू का शिकार करने की बात कबुल किया.आरोपियों ने बताया, एक साल पहले कटनी मध्यप्रदेश से आए शिकारी समुदाय के व्यक्ति से 500 रुपए में 1 पोटाश बम का क्रय किया था. आरोपी हजारी ने आरोपी उत्तम के साथ मिलकर पोटाश बम से पांच से छः सुअर का शिकार किए है। और मध्यप्रदेश के शिकारी से पोटाश बम खरीदकर 8 अप्रैल को भालू का शिकार किया. दोनों आरोपियों के विरुध्द मामला दर्ज कर  सहायक परिक्षेत्र अधिकारी इंदागांव ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया.।इससे पूर्व आरोपियों के घर से पहले ही भालू का चमड़ा एवं 1 नाखून, जंगली सूअर का जबड़ा एवं 3 दांत, गोहिया  का चमड़ा एवं फंदे बरामद किया जा चुका है।

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