जशपुर: जशपुर जिले के दुलदुला विकासखण्ड के रायटोली में सूरजमुखी स्व-सहायता समूह की 10 महिलाएं काजू प्रोसेसिंग यूनिट में कार्य कर रही है। काजू अच्छी पैकिंग करके और बाजार में विक्रय से अच्छा मुनाफा कमा लेती हैं। जशपुर काजू के नाम से प्रसिद्ध काजू की मांग स्थानीय बाजार से लेकर अन्य राज्य तक भी अच्छी खासी है और लोग जशपुर के काजू को अधिक पसंद भी करते हैं।

समूह की महिलाएं आज आत्मनिर्भर बन गई हैं और अपने परिवार को आर्थिक मदद कर रहीं हैं साथ अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत कर रही हैं। महिलाओं को एनआरएलएम के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा काजू के बेहतर पैकिंग करने के लिए काजू प्रोसेसिंग यूनिट मशीन भी समूह को उपलब्ध कराया गया है। काजू प्रोसेसिंग से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि वर्ष में लगभग 7 से 8 माह काजू प्रोसेसिंग का कार्य करती हैं। प्रत्येक महिलाओं को 01 वर्ष में लगभग 30-30 हजार तक का मुनाफा हो रहा है। सूरजमुखी समूह को प्रत्येक वर्ष 3 लाख रूपए तक की काजू से आमदनी हो रही है। महिलाएं इस कार्य से जुड़कर खुश हैं और जिला प्रशासन को धन्यवाद दे रही हैं।

समूह की महिलाओं ने बताया कि आज उनको कार्य मिलने से आर्थिक समस्या नहीं हो रही है और खेती किसानी से भी जुड़ी हुई हैं काजू उत्पादन से उन्हें अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि जिले के लगभग 8 हजार किसान काजू की खेती से जुड़े हुए हैं। किसानों को काजू विक्रय से अच्छा लाभ मिल रहा है।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!