नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद तीसरी बार लगातार केंद्र में एनडीए की सरकार का गठन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रीपरिषद ने अपना कार्य भी संभाल लिया है। इस बीच अब निगाहें संसद की ओर टिकी हैं। नए संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर संसद सत्र से जुड़ी जानकारी शेयर की है।

उन्होंने बताया कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से तीन जुलाई तक चलेगा। इसमें नए सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। स्पीकर का चुनाव होगा। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा होगी।

किरेन रिजिजू ने बताया कि सत्र के पहले तीन दिन में नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही सदन के अध्यक्ष का भी चुनाव होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और अगले पांच वर्षों के लिए नई सरकार के रोडमैप को पेश करेंगी। संसद के सत्र का समापन 3 जुलाई को होगा।

नई लोकसभा में विपक्ष के तेवर आक्रामक रहने के पूरे आसार हैं। क्योंकि इस चुनाव में लोकसभा में विपक्षी दलों को प्रतिनिधित्व बढ़ा है और इंडिया गठबंधन के सांसदों की तादाद अच्छी खासी है। वहीं दूसरी ओर एनडीए को बहुमत तो है लेकिन इसकी अगुवाई कर रही बीजेपी को पिछले दो लोकसभा चुनावों की तरह पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हो पाया है। वह पूरी तरह से अपने सहयोगी दलों पर निर्भर है। ऐसे में विपक्ष सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति अपना सकता है।

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