नई दिल्ली. लिस्टिंग के बाद से ही निवेशकों को घाटा दे रहा एलआईसी का शेयर (LIC Share) अब धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है. वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही के शानदार नतीजों के बाद तो अब बाजार जानकारों को इस शेयर में दम नजर आने लगा है. मार्च तिमाही के नतीजों को देखकर एक्सपर्ट एलआईसी के शेयरों को लेकर बुलिश हैं. आज यानी शुक्रवार को भी एलआई के शेयर हल्की तेजी के साथ 604 रुपये के स्तर पर बंद हुआ है. पिछले एक महीने में एलआईसी का शेयर करीब 11 फीसदी उछल चुका है. हालांकि, अभी भी यह अपने 52-वीक हाई से नीचे ही कारोबार कर रहा है.
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी के का शेयर आईपीओ में 949 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से मिला था. एलआईसी का शेयर बीएसई पर 865 रुपये पर लिस्ट हुआ था. आईपीओ निवेशकों को अब तक एलआईसी के शेयर ने घाटा ही दिया है. साल 2023 में यह शेयर अब तक करीब 15 फीसदी गिर चुका है. वहीं, पिछले पांच कारोबारी सत्रों में एलआईसी के शेयर ने 5.91 फीसदी की तेजी दर्ज की है.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने भी एलआईसी को बाय रेटिंग दी है. ब्रोकरेज का मानना है कि एलआईसी का एनुअल ग्रोथ 2023-25 के दौरान 25 प्रतिशत रहेगा. कपंनी ने अपनी लीडिंग पोजिशन बरकरार रखी है. मोतीलाल ओसवाल ने एलआईसी शेयर का टार्गेट प्राइस 830 रुपये तय किया है. इसी तरह विदेशी ब्रोकरेज फर्म मैक्वेरी ने एलआईसी के शेयर का टार्गेट प्राइस 850 रुपये तो गोल्डमैन सॉक्स ने 690 रुपये तय किया है.
LIC का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में पांच गुना से ज्यादा बढ़कर 13,191 करोड़ रुपये पहुंच गया. कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,409 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. मार्च तिमाही में उसकी कुल आमदनी घटकर 2,01,022 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,15,487 करोड़ रुपये थी.
Not: यहां बताए गए स्टॉक्स ब्रोकरेज हाउसेज की सलाह पर आधारित हैं. यदि आप इनमें से किसी में भी पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें