बलरामपुर: बलरामपुर के दहेजवार इलाके में मिले तीन नर कंकालों ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इन कंकालों की पहचान कुसमी से 27 सितंबर को लापता हुए सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (37), बेटी मुस्कान ठाकुर (17), और बेटे मिंटू ठाकुर (6) के रूप में हुई। पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोख्तार अंसारी और उसके भाई आरिफ अंसारी को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। 


प्रेम संबंधों ने ली तीन जिंदगियां

थाना प्रभारी संत लाल आयाम ने बताया कि  दहेजवार के खेत में मिले तीन नर कंकालों की पहचान कुसमी से 27 सितंबर से लापता सूरजदेव ठाकुर की पत्नी कौशल्या ठाकुर (37 साल), बेटी मुक्तावती उर्फ मुस्कान ठाकुर और बेटा मिंटू ठाकुर (6 साल) के रूप में हुई। हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोख्तार अंसारी (38) निवासी भंडरिया, झारखंड को कोर्ट से पुलिस ने शनिवार को 6 दिनों की रिमांड पर लिया था।पुलिस द्वारा हत्याकांड का कारण आरिफ अंसारी का मुस्कान से प्रेमसंबंध बताया गया है। आरिफ कमाए गए पैसे लड़की एवं परिवार पर खर्च कर रहा था। घर में पैसे नहीं भेज रहा था। पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि मोख्तार का भी झाड़फूंक के संबंध में मृतकों के घर आना-जाना था। मुस्कान की मां से मोख्तार का प्रेम संबंध बन गया था।

पुलिस के अनुसार आरिफ को प्रेमिका का संबंध दूसरे लड़कों से होने का संदेह था, जिससे वह नाराज था। मुस्कान ने शादी से इंकार कर दिया था। मोख्तार एवं आरिफ ने दोनों की हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने फरार आरिफ को महाराष्ट्र से चार दिनों पूर्व हिरासत में लिया था।मोख्तार 26 सितंबर को कुसमी पहुंचा एवं उसने तीनों को बेतला नेशनल पार्क, गढ़वा घूमने जाने के लिए कहा। तीनों तैयार हो गए तो उन्हें बाइक में बैठाकर वह चांदो के रास्ते बलरामपुर पहुंचा। चांदों में चारों की मुलाकात आरिफ से भी हुई थी। आरिफ वहां से करचा चला गया था। वहां से वह रात को मोख्तार के घर बलरामपुर पहुंचा। मोख्तार के घर में आरिफ के पहुंचने पर पांचों ने साथ में खाना खाया। जब कौशल्या, मुस्कान एवं मिंटू सो गए तो आरिफ ने प्रेमिका मुस्कान के पेट में चाकू मार दिया। उसकी चीख सुनकर कौशल्या जाग गई तो मोख्तार ने उसके एवं मुस्कान के सिर पर कुल्हाड़ी के पास से वार कर दिया।

मां-बेटी बेहोश हो गए तो दोनों भाई उन्हें लेकर घर के बाहर आए और कुल्हाड़ी से गले पर भी वार किया। इस बीच मिंटू ठाकुर की भी नींद खुल गई तो दोनों भाईयों ने उसके भी सिर पर वार कर उसे मार डाला।तीनों की हत्या के बाद मोख्तार और आरिफ ने तीनों के शव को एक-एक कर धान के खेत में नाले में फेंक दिया। शवों को फेंकने के बाद घर में फैले खून को साफ किया एवं दोनों भाग निकले। मोख्तार वहां से चैनपुर, झारखंड चला गया। वहीं आरिफ भी भाग गया था।दोनों भाईयों को कोर्ट में किया गया पेश, गए जेल पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त टांगी एवं चाकू बरामद किया है। कुसमी पुलिस ने मामले में दोनों भाईयों के खिलाफ धारा 103(1), 238, 140(3), 138 (2) के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें राजपुर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से दोनों को जेल भेज दिया गया है।

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