बलरामपुर: कलेक्टर विजय दयाराम के. के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के मार्गदर्शन में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में किया गया। पुरुष नसबंदी पखवाड़ा कार्यक्रम का थीम “अब पुरुष निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन अपनाकर दिखाएंगे अपनी भागेदारी” विषय पर आधारित है।
इस अवसर पर नगर पालिका बलरामपुर की अध्यक्ष सुंदरमणी मिंज ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं ग्रामीण स्तर पर प्रचार करने के लिए जन जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
उक्त कार्यक्रम के तहत सम्पर्क एवं जागरूकता सप्ताह 21 से 27 नवंबर तक तथा सेवा प्रधान सप्ताह 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक मनाया जायेगा। उक्त कार्यशाला में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एच.एस. मिश्रा के द्वारा पुरुष नसबंदी के स्थाई एवं अस्थाई साधन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान किया गया।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव रंजन मिश्रा ने बताया कि नसबंदी के बाद किसी भी प्रकार की कमजोरी या थकान नहीं होती है एवं व्यक्ति अगले दिन से अपने काम में जा सकता है। उन्होंने एनएसव्हीटी पखवाड़ा के अंतर्गत पुरुष नसबंदी हेतु एनएसव्हीटी उपाय के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बहुत ही विश्वसनीय, आसान, अस्थाई और सुरक्षित तरीका है तथा इस विधि में ना तो चीरा लगता है ना ही टांका लगता है और व्यक्ति 5 मिनट के इस प्रक्रिया के पश्चात 1 घंटे के बाद घर जा सकता है। नसबंदी के बाद सामान्य दैनिक कार्य किए जा सकते हैं एवं शारीरिक शक्ति एवं फुर्ती पूर्व की भांति बनी रहती है परिवार को अनचाहे गर्भ के चिंता से मुक्ति मिल जाती है तथा जीवनसाथी को महिला नसबंदी के बोझ से मुक्ति मिल जाती है। पखवाड़े में सबसे अधिक नसबंदी ऑपरेशन कराने तथा हितग्राहियों को इस अभियान में जोड़ने हेतु नेत्र प्रकाश सोर की सराहना करते हुए निर्देश दिए गए।