नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। यह मन की बात का 92वां एपिसोड था। इस दौरान पीएम मोदी ने अमृत महोत्सव की अपार सफलता और दूरदर्शन पर स्वराज कार्यक्रम के अलावा कई अन्य महवपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में जोरसिंग गांव में इसी महीने स्वतंत्रता दिवस के दिन से 4G इंटरनेट की सेवाएं शुरू हुई। जो सुविधाएं कभी सिर्फ बड़े शहरों में होती थी वो डिजिटल इंडिया ने गांव-गांव में पहुंचा दी हैं। पहले कभी गांव में बिजली पहुंचने पर लोग खुश होते थे अब नए भारत में वैसी ही खुशी, 4G पहुंचने पर होती है।
गांव-गाव में 4G इंटरनेट आने के बाद देश में डिजिटल इंटरप्रेन्योर पैदा हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने राजस्थान के अजमेर जिले के सेठा सिंह रावत और उन्नाव के ओम प्रकाश सिंह का जिक्र किया। सेठा सिंह ई-दर्जी का स्टोर चलाते हैं, जबकि ओम प्रकाश ब्रॉडबैंड कनेक्शन का काम करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया भर में इसी मोटे अनाज का का क्रेज बढ़ता जा रहा है। बाजरा, मोटे अनाज, प्राचीन काल से ही हमारी खेती, संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा रहे हैं। वेदों में भी बाजरा का उल्लेख मिलता है, और इसी तरह, पुराणनुरू और तोल्काप्पियम में भी, इसके बारे में, बताया गया है।
इसी कड़ी में पीएम ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित कर वर्ष 2023 को बाजरा का वर्ष घोषित किया है। भारत के इस प्रस्ताव को 70 से ज्यादा देशों का समर्थन मिला था। किसान भाई-बहनों से, यही आग्रह है कि बाजरा, यानी मोटे अनाज को, अधिक-से-अधिक अपनाएं और इसका फायदा उठाएं।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले ही उन्हें सूचना प्रसारण मंत्रालय के कार्यक्रम में जाने का अवसर मिला। वहां दूरदर्शन के ‘स्वराज’ सीरियल की स्क्रीनिंग थी। पीएम मोदी ने कहा कि दूरदर्शन पर हर रविवार रात 9 बजे, इसका प्रसारण होता है, जो 75 सप्ताह तक चलने वाला है। समय निकालकर इसे खुद भी देखें और अपने घर के बच्चों को भी दिखाएं, जिससे आजादी के जन्म के इन महानायकों के प्रति हमारे देश में एक नई जागरूकता पैदा होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव के रंग के भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी दिखाई दिए। बोत्स्वाना में रहने वाले एक स्थानीय गीतकार ने भी भारत की आजादी के 75 साल मनाने के लिए देशभक्ति के 75 गीत गाए। खास बात यह है कि यह गीत हिंदी, पंजाबी, गुजराती, बांग्ला, तमिल और कई अन्य भाषाओं में गाए गए. वहीं, उन्होंने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ 2023 तक चलेगा।
पीएम मोदी ने बताया कि असम के बोंगाई गांव में एक दिलचस्प परियोजना चलाई जा रही है। इसका नाम प्रोजेक्ट संपूर्णा है। इस प्रोजेक्ट का मकसद कुपोषण के खिलाफ लड़ाई है। इसके तहत आंगनवाड़ी केंद्र में स्वस्थ बच्चे की मां, किसी कुपोषित बच्चे की मां से हफ्ते में एक बार मिलती है। इस पहल के कारण एक साल में 90 फीसदी से अधिक बच्चों में कुपोषण दूर हुआ है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि अभी कुछ दिन बाद ही भगवान गणेश की आराधना का पर्व गणेश चतुर्थी है। गणेश चतुर्थी, यानी गणपति बप्पा के आशीर्वाद का पर्व। इससे पहले ओणम का पर्व भी शुरू हो रहा है। विशेष रूप से केरला में ओणम शांति और समृद्धि की भावना के साथ मनाया जाएगा। वहीं 30 अगस्त को हरतालिका तीज भी है. ओडिशा में 1 सितंबर को नुआखाई का पर्व भी मनाया जाएगा।
पीएम ने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि अमृत सरोवर अभियान में हिस्सा लें. जल संचय और जल संरक्षण के अभियान को आगे बढ़ाएं। पीएम ने तेलंगाना के वारंगल का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां एक नई ग्राम पंचायत का गठन हुआ है, ये गांव फोरेस्ट एरिया के करीब है. यहां एक ऐसी जगह थी, जहां मानसून में पानी एकत्र हो जाता था। गांव वालों की मांग पर इस जगह को अमृत सरोवर के तहत विकसित किया जा रहा है। इस बार मानसून के दौरान हुई बारिश में ये सरोबर पानी से भर गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि अगस्त के इस महीने में, आप सभी के पत्रों, संदेशों और कार्ड्स ने मेरे कार्यालय को तिरंगामय कर दिया है। मुझे ऐसा शायद ही कोई पत्र मिला हो, जिस पर तिरंगा न हो, या तिरंगे और आजादी से जुड़ी बात न हो। बच्चों ने, युवा साथियों ने तो अमृत महोत्सव पर खूब सुंदर-सुंदर चित्र, और कलाकारी भी बनाकर भेजी है।