सूरजपुर: सूरजपुर जिला मुख्यालय के समीप रेण नदी पर बने छठ घाट के पास 2013 में जनता की सुविधा के लिए तत्कालीन भाजपा सरकार ने इस नदी पर करोड़ों की लागत से पुल का निर्माण कराया गया था ग्राम पंचायत द्वार कुछ दूरी तक मुरूम सड़क निर्माण कराया गया था लेकिन जगह-जगह गड्ढे हो जाने के कारण पंचायत द्वारा तत्कालीन में गड्ढों में मुरूम डाला जा रहा था इस दौरान गांव के उपसरपंच ने मुआवजा नहीं मिलने से अपने जमीन पर बने सड़क को 4 फीट तक खोद दिया गया है जिससे आवागमन बाधित है इस पुलिया को बने 8 साल से अधिक बीत गए लेकिन सड़क अभाव में ग्रामीण परेशान हैं।
गौरतलब है कि सरस्वतीपुर रेड़ नदी में जब पुल का निर्माण नही हुआ था तब यहां के आसपास के सरस्वतीपुर रूनियाडीह ,सोहागपुर ,दतिमा ,रामनगर,कुम्दा बस्ती, रामपुर,डबरीपारा ,अडरापारा,पतरापारा, करंजी,खरसुरा, कटई पारा, आसपास कि 2 दर्जन से अधिक पंचायतों को घूम कर 30 से 40 किलोमीटर ग्रामीणों को विश्रामपुर से घूम कर जिला मुख्यालय जाने के लिए दूरी तय करनी पड़ती थी लेकिन छठ घाट पर पुल बन जाने से ग्रामीणों को कुछ हद तक राहत मिली लेकिन सड़क के अभाव में ग्रामीण परेशान हैं वही इस मार्ग से प्रतिदिन शासकीय अधिकारी कर्मचारी नेता व्यापारिक ग्रामीण स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी आगमन करते हैं छठ घाट पुल के पास से सरस्वती पुर गांव तक सड़क खस्ताहाल है लोगों से भेंट मुलाकात करने आए रामनगर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा ग्रामीणों की मांग पर सड़क बनाने की घोषणा किया गया था।
सीएम की घोषणा भी अधूरी ग्रामीणों ने बताया कि मई महीने में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्राम पंचायत रामनगर में लोगों से भेंट मुलाकात करने आए थे, उस समय भी लोगों ने सीएम से यहां पर सड़क की मांग दोहराई थी मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा सड़क बनाने की घोषणा किया गया था लेकिन आज महीनों बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा यहां पर सड़क निर्माण कार्य कराए जाने हेतु कोई पहल नहीं की गई है। जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है।
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