सीतापुर/रूपेश गुप्ता: राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की हत्या के बाद उनके न्याय की मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज द्वारा 16 दिनों से जारी आंदोलन आज समाप्त हो गया। संदीप की हत्या के बाद उनका शव पानी की टंकी के नीचे दफनाया गया था, जिसे तीन माह बाद बाहर निकाला गया।
पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट सर्व आदिवासी समाज ने आरोपी अभिषेक पांडे की गिरफ्तारी, 2 करोड़ रुपये मुआवजा, और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। इस दौरान मृतक की पत्नी ने कार्रवाई न होने पर आत्मदाह की चेतावनी भी दी थी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह और सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो शुक्रवार को धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने सर्व आदिवासी समाज से बात कर समझौता किया, जिसमें 25 लाख रुपये मुआवजा और मृतक की पत्नी को कलेक्टर दर पर नौकरी देने का पत्र सौंपा गया।
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए प्रदेश स्तर पर विशेष टीम का गठन भी किया गया। इन आश्वासनों के बाद समाज ने धरना समाप्त करने का निर्णय लिया। संदीप लकड़ा का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम बेलजोरा में कल किया जाएगा।