बलरामपुर: आयुष विभाग द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केरता में आयुर्विद्या (राष्ट्रीय आयुष मिशन )कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉ. आर.के. सिंह आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी एवं मानसिक काउंसलर अमर प्रीति एवं तोशन कुमार साहू के द्वारा कक्षा 9वीं से 12 तक के 161 विद्यार्थियों को पढ़ाई के दबाव से होने वाले मानसिक तनाव, युवा छात्रों में बढ़ती उम्र में शारीरिक परिवर्तन के कारण होने वाले शारीरिक समस्या एवं छात्राओं में मासिक धर्म और शारीरिक स्वच्छता के साथ-साथ मानसिक तनाव, शिक्षा के दबाव एवं नशा एवं गलत आदतों से दूर रहने में मानसिक स्तर को आयुर्वेद, योग, प्राणायाम के माध्यम से अपने मानसिक स्तर को अच्छा बनाने की जानकारी दी गई। साथ ही आयुर्वेद में पाए जाने वाले मुख्य औषधी के बारे में बताते हुए जीवन में कैसे सुधार लाया जाए और शिक्षा के स्तर को कैसे बढ़ाया जाए तथा बच्चों का 10वीं के बाद विषयों के चुनाव करने के लिए प्रकृति परीक्षण करके उनको बताया गया। इस दौरान बच्चों का आयुर्वेद एवं योग प्राणायाम की जानकारी देकर उनके प्रति रुचि बढ़ाई गई। जिससे उनको इस उम्र में होने वाले मानसिक तनाव एवं नशा मुक्ति और शिक्षा के क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ मिल सके। कार्यक्रम में 22 बच्चों का उनकी स्वेच्छा से प्रकृति परीक्षण करके उनका विषय चयन में भी उनकी मदद की गई और अन्य 161 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। साथ ही बच्चों को तनाव दूर करने की जानकारी भी दी गई। तनाव को कम करके दिमाग शांत करने के लिए आपको गहरी सांस लेना चाहिए, आप तनाव कम करने के लिए स्ट्रेस टॉय का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, म्यूजिक काफी फायदेमंद टिप है, जिसकी मदद से आप अपना मूड सही कर सकते हैं, जब भी तनाव हो, तो अपने मनपसंद व्यक्ति से बात करें। योग एवं प्राणायाम के द्वारा मानसिक तनाव एवं नशा मुक्ति से कैसे निवृत हो सकते हैं नशे की लत को छोड़ने में योग के मुख्य आसन सूर्य नमस्कार, सर्वांग आसान, हलासन, पुष्ठासन, धनुर आसान, भद्रा आसन, नाडी शोधन प्राणायाम, उज्जायी प्राणायाम, शुद्धि क्रिया, कपाल भाती, जल नीति, ध्यान हैं. इनका रोजाना अभ्यास करने से आपको कोई दवा खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई एवं इस मौके पर स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकगण एवं बच्चों के पालक तथा अन्य लोग उपस्थित रहे।