कोरिया: विकासखण्ड सोनहत के ग्राम लटमा निवासी 71 वर्षीय बुजुर्ग रामशंकर को लम्बे समय से उच्च रक्तचाप तथा शुगर की समस्या थी। उम्र की वजह से उन्हें चलने फिरने में भी समस्या होती थी, बीमारी के कारण आए दिन अस्पताल जाना जरूरी था, ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता था। वे बताते हैं कि मेरी इस समस्या का निराकरण तब हुआ जब साप्ताहिक हाट बाजार में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना के तहत एमएमयू वाहन आने लगा। वे नियमित रूप से हाट बाजार में क्लीनिक में जांच करवा रहें हैं तथा निःशुल्क दवाइयां लेकर स्वस्थ जीवन जी रहें हैं। इसी प्रकार ग्राम के ही 28 वर्षीय जगनारायण ने बताया कि सड़क दुर्घटना के कारण उनके हाथ पैरों में दर्द की समस्या रहती थी। हाट बाजार क्लिनिक में जांच करवाने पर इंजेक्शन लगाकर दवाइयां दी गईं जिससे उन्हें राहत मिली।
उल्लेखनीय है कि शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री हाट बाज़ार क्लीनिक योजना के तहत दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए दूर नहीं जाना पड़ रहा है, स्थानीय हाट बाज़ारों में डेडिकेटेड वाहनों के द्वारा मिलने वाले निशुल्क स्वास्थ्य जांच, परामर्श तथा दवाईयों से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिला है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक में हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर, उच्च रक्तचाप एवं मलेरिया की जांच एवं अन्य जांच किया जा रहा है। इसके साथ ही आर डी टेस्ट कीट जांच, मलेरिया, प्रेगनेंसी, डेंगू, एचआईव, व्हीडीआरएल, सोलूबिलिटी, कोविड-19 जांच एवं 64 प्रकार के दवाइयां निःशुल्क वितरण किया जाता है।इसके साथ ही प्रत्येक सप्ताह नेत्र सहायक के द्वारा नेत्र परीक्षण कर उपचार की सुविधा भी दी जा रही है। साथ ही दंत चिकित्सक द्वारा दांतों से संबंधित बीमारी की भी जांच की जाती है। मरीजों को निःशुल्क दवा वितरण के साथ ही गंभीर मरीज को उचित इलाज के लिए उच्च संस्था रिफर भी किया जा रहा है।
एक माह में सात हजार से अधिक मरीज हुए लाभान्वित-
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में वर्तमान में संचालित 17 हाट बाज़ार क्लीनिक में 03 डेडिकेटेड वाहन के माध्यम से मेडिकल टीम के द्वारा लोगों को निःशुल्क जांच, इलाज तथा दवाईयों का लाभ मिला। 01 अप्रैल 2023 से 30 अप्रैल 2023 तक कुल 7 हजार 326 लोगों का उपचार हुआ तथा 7 हजार 269 मरीजों को निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध करायी गई। पूर्व वित्तीय वर्ष 2022-23 में कुल 828 हाट बाजारों में एमएमयू गए व कुल 71 हजार 999 मरीज लाभान्वित हुए व 71 हजार 56 मरीजों को निःशुल्क दवा मिली।