अम्बिकापुर: छत्तीसगढ़ शासन की कल्याणकारी योजना मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना जिले में जरूरतमंदों के लिए वरदान बनकर उभरी है। लोगों के घर तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना के तहत आमजनों को अस्पताल तक नही जाना पड़ रहा है, बल्कि एमएमयू वाहन के माध्यम से अस्पताल स्वयं उनके घर तक पहुंच रहा है।


एक सप्ताह में लगभग 4 हजार लोगों का हुआ निःशुल्क इलाज, 600 से अधिक को मिली लैब टेस्ट की सुविधा-
जिले में शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में 46 शिविर लगाए गए है। शिविर में 3 हजार 951 मरीजों का इलाज किया गया है। शिविर में आए 686 मरीजों का निःशुल्क लैब टेस्ट एवं 3 हजार 609 मरीजों को निःशुल्क दवाईयों का वितरण भी किया गया है। निगम क्षेत्र के अंतर्गत स्लम क्षेत्र में रह रहे लोगों को घर के पास निःशुल्क इलाज, निःशुल्क टेस्ट व निःशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए लगातार शिविर किये जा रहे है।
जिले के सभी नगरीय निकायों हेतु वर्तमान में 07 मोबाइल मेडिकल यूनिट का संचालन किया जा रहा है। गत 22 अगस्त से एक एमएमयू का संचालन दाई दीदी क्लिनिक के रूप में भी किया जा रहा है। प्रत्येक एमएमयू में 01-01 डॉक्टर, फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, ए.एन.एम. एवं वाहन चालक उपलब्ध हैं। मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से लगने वाले शिविर में पूरी टीम के साथ निःशुल्क जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। एमएमयू में 285 प्रकार की जेनरिक दवाइयां उपलब्ध हैं, जो कि आवश्यकतानुसार डॉक्टर के परामर्श पर मरीजों को निःशुल्क प्रदाय किया जाता है। एमएमयू में 41 प्रकार के टेस्ट भी किए जाते है जिनमें से 29 टेस्ट एमएमयू में करने की सुविधा उपलब्ध है। साथ ही 12 प्रकार के टेस्ट अनुबंधित एजेंसी के द्वारा बाहर से कराए जाते हैं।

इलाज के लिए आए लोगों ने साझा किए अपने अनुभव-
केस 01- अम्बिकापुर के सत्तीपारा निवासी 90 वर्षीय बुजुर्ग सुखेश्वरी देवी अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराने मोबाइल मेडिकल यूनिट अपने परिजनों के साथ पहुंची, उन्हें चलने फिरने के समस्या के साथ बीपी तथा कमजोरी की समस्या थी। डॉक्टरों द्वारा उनका जांच कर आवश्यक दवाइयां दीं गईं, अब सुखेश्वरी नियमित रुप से एमएमयू में इलाज करवा रहीं हैं उन्होंने इस योजना हेतु मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया।
केस 02- अंबिकापुर के जोड़ा तलाब निवासी 54 वर्षीय दिव्यांग बेला बाई का परिवार रोजी मजदूरी करके अपना गुजर-बसर करता है बेला भाई दिव्यांग होने के कारण लकड़ी के सहारे चलती फिरती है गठिया तथा घुटनों में दर्द की शिकायत से परेशान रहती हैं। पड़ोसियों से बेला को बताया कि एक नीले रंग की बस हमारे मोहल्ले में आई है और उसमें डॉक्टर निःशुल्क इलाज कर रहे हैं यह जानकर बेला तत्काल मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत सेवा प्रदान करने वाली मोबाइल मेडिकल यूनिट में पहुंची जहां पर डॉक्टर द्वारा उनका इलाज किया गया एवं निःशुल्क दवा दी गई।

Leave a reply

Please enter your name here
Please enter your comment!