बलरामपुर।रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह को क्षेत्रीय मुस्लिम समाज के लोगों ने मोहर्रम के पहलाम के दिन होने वाले मिलनी कार्यक्रम से विधायक को सामाजिक बहिष्कार करते हुए बृहस्पति सिंह वापस जाओ, वृहस्पति सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सामाजिक कार्यक्रम से खदेड़कर भगा दिया।
गौरतलब है कि मुस्लिम समाज की वार्षिक त्योहार मोहर्रम के अंतिम दिन जिसे 10 मोहर्रम कहा जाता है उस दिन आस पास के मुस्लिम समाज के लोग ताजिया एवं झंडा लेकर एक निश्चित स्थान पर एकत्र होते हैं जिस स्थान को मिलनी स्थल कहा जाता है, इस स्थान पर कई गांव के लोग एकत्र होकर महातम करते हैं एवं तरह तरह का खेल प्रदर्शन करते हैं।
इसी कड़ी में आज ग्राम पंचायत विजयनगर, चुमरा,मेघुली, गम्हरिया, विधायक के निवास ग्राम महावीरगंज सहित आस पास के गांव के मुस्लिम समाज के लोग विजयनगर रोड में स्थित मिलनी महुआ नामक स्थान पर एकत्र होकर मिलनी कार्यक्रम कर रहे थे। इसमें विधायक के कुछ करीबी कार्यकर्ताओं ने बतौर मुख्यातिथि क्षेत्रीय विधायक बृहस्पति सिंह को आमंत्रित कर दिए जिसकी जानकारी किसी भी पंचायत के सामाजिक वरिष्ठ को या मोहर्रम समिति के किसी भी पदाधिकारियों को नहीं थी, मिलनी स्थल पर मुस्लिम समाज के लोग डीजे साउंड पर महातम करते हुए खेल प्रदर्शन कर रहे थे, इसी बीच विधायक बृहस्पति सिंह मंच पर आकर बैठ गए एवं उनके करीबी कार्यकर्ता माल्यार्पण करने का कार्यक्रम प्रारम्भ कर दिए तथा डीजे को बंद करा दिए, जिससे महातम कर रहे एवं खेल प्रदर्शन कर रहे लोग ये कहते हुए नाराज हो गए कि आज का कार्यक्रम पूर्ण रूप से सामाजिक कार्यक्रम है, और ऐसे में विधायक बृहस्पति सिंह को मुख्यातिथि बनाकर आखिर किसने बुलाई है, आज का यह सामाजिक कार्यक्रम किसी नेता को माल्यार्पण करने के लिए नहीं है, चूंकि समाज के किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा इन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था इसलिए पूरे समाज मे विधायक के आने से रोष व्याप्त था, इधर विधायक जी जैसे ही मंच पे बैठे मंच के नीचे मुस्लिम समाज के सैकड़ो लोगों विरोध प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया, विधायक बृहस्पति सिंह मंच के ऊपर बैठे थे और मंच के नीचे बृहस्पति सिंह मुर्दाबाद, बृहस्पति वापस जाओ के नारे गूंजने लगा।
इतने व्यापक पैमाने पर सामाजिक विरोध को इतने करीब से देखकर विधायक बृहस्पति सिंह हक्का बक्का रह गए, मामले को बढ़ता हुआ देखकर विधायक जी आनन फानन में जल्दी जल्दी वहाँ से भाग निकलने में अपनी भलाई समझा, विधायक के निकलने के बाद भी मुस्लिम समाज का वहां विरोध चरम पर था, समाज के सैकड़ो लोगो द्वारा किए गए इस विरोध के बाद किसी भी पंचायत के सामाजिक प्रमुख या मोहर्रम समिति के किसी भी पदाधिकारी ने विधायक को आमंत्रित किए जाने की बात स्वीकार नहीं कि, सभी ने एक स्वर में कहा कि आज की इस सामाजिक त्यौहार में विधायक को किसने आमंत्रित किया, किसके कहने पर विधायक जी यहाँ आए ये समाजकी प्रमुख की समझ से परे है।
बहरहाल मामला जो भी हो परंतु रामानुजगंज विधानसभा क्षेत्र में ये पहली घटना है जब कांग्रेस के किसी विधायक को मुस्लिम समाज के द्वारा इतनी व्यापक विरोध का सामना करना पड़ा हो, विजयनगर, चुमरा, गम्हरिया, महावीरगंज, मेघुली को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था ऐसे में कांग्रेस के कैडर माने जाने वाले मुस्लिम समाज द्वारा इस प्रकार का विरोध प्रदर्श कई सवालों को जन्म देती है।बताया जाता है कि विधायक जी चार वर्ष से इन मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई लोक लुभावन वादे किए थे जो आज तक पूर्ण नहीं हुए, विरोध प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण ये भी माना जा रहा है, जानकारों की मानें तो विधायक को किसी सामाजिक प्रमुख के द्वारा आमंत्रित नहीं किया गया था फिर विधायक जी इस सामाजिक कार्यक्रम में राजनीतिक प्रचार करने पहुंच गए थे जो विरोध का अहम कारण माना जा रहा है।
समाज के दो गुटों के लोगों ने ही आपस में किया विवाद: टीआई
मामले में विजय नगर थाने के टीआई धीरेंद्र बंजारे ने बताया कि समाज के दो गुटों के लोग ही आपस में विवाद करने लग गए थे। इसके बाद दोनों गुटों से बात कर मामले को सुलझाया गया। कुछ लोग विधायक को कार्यक्रम में बुलाना चाह रहे थे, जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया। इसको लेकर आपस में बहस कर रहे थे। इसी बीच विधायक सिंह कार्यक्रम से उठकर चले गए।