बलरामपुर: डीएवी एमपीएस, पतरातु में सोमवार को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर खेल प्रतियोगिताएँ आयोजित हुईं। ग़ौरतलब है कि हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जन्मतिथि को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त 1905 में हुआ था। जिस दिवस को ही खेलों के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तात्कालिन भारत सरकार ने 2012 से प्रतिवर्ष मनाने का संकल्प लिया।
इस विशेष दिवस पर डीएवी विद्यालय, पतरातु में विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। प्राचार्य के आदेशानुसार क्रीड़ा प्रभारी मुकेश गुप्ता ने सभी कक्षाओं के लिए पृथक-पृथक खेलों का आबंटन किया, जिसमें हॉकी, खो-खो, कबड्डी, वॉलीबॉल, क्रिकेट, फुटबॉल इत्यादि खेल शामिल रहे ।विद्यालय के समस्त शिक्षकों का भी बच्चों के साथ विभिन्न खेलों में विशेष योगदान रहा।खेल न सिर्फ दुनिया भर में नाम और शोहरत दिलाता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने में भी मदद करता है। खेलने से हमारा शरीर एक्टिव रहता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से हो पाता है।
इस अवसर पर विद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी मुकेश गुप्ता ने एक मशहूर कहावत ‘पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे बनोगे ख़राब’ पर तर्कसंगत वक्तव्य देते हुए बच्चों को खेलों के प्रति ख़ूब प्रोत्साहित किया।